Crypto Currency Fraud: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी के 12 और पीड़ित पहुंचे, विदेश भागा किंगपिन सुभाष

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Crypto currency fraud: 12 more victims of fraud reached Mandi Cyber Police Stat

साइबर क्राइम(सांकेतिक)
– फोटो : अमर उजाला

क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी के शिकार हुए लोग अब धीरे-धीरे सामने आने लगे हैं। गुरुवार को मंडी साइबर पुलिस थाना में 12 के करीब ठगी के शिकार हुए लोग पहुंचे और क्रिप्टो करेंसी के नाम पर हुई ठगी का दुखड़ा अधिकारियों के समक्ष रखा। गुरुवार को केवल छह शिकायतें दर्ज हो पाई हैं जबकि अन्य मामलों में दस्तावेज समेत पूरी राशि और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने में शिकायतकर्ता जुट गए हैं। अब तक साइबर पुलिस थाना मंडी में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी के कुल 34 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें करीब 13 करोड़ से अधिक के ठगी के आरोप हैं। धर्मपुर पुलिस थाना में इस पूरे खेल के मास्टर माइंड सुखदेव निवासी धर्मपुर के सहपाठी ने भी ठगी की शिकायत दर्ज करवाई है। मढ़ी के निर्मल शर्मा ने पुलिस को सौंपी शिकायत में बताया है कि सुखदेव उसका सहपाठी रह चुका है। उसने अपने रिश्तेदारों के अलावा लोगों से धनराशि ली और सुखदेव को देता रहा। निर्मल शर्मा ने शिकायत में बताया कि 30 लाख रुपये सुखदेव को दिया है। साइबर अपराध अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनमोहन सिंह ने बताया कि ठगी की शिकायत लेकर लोग पहुंच रहे हैं।

सुखदेव के स्थानीय होने का विश्वास कर लोगों ने लगा दिए करोड़ों

 क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी करने के मास्टर माइंड सुखदेव ने अपने गृह क्षेत्र धर्मपुर में भी कई लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की है। सुखदेव ने सैकड़ों लोगों को क्रिप्टो करेंसी के नाम पर निवेश करवाया। बाद में उन्हें मूल धन भी वापस नहीं मिल पाया। सुखदेव ने जब क्रिप्टो करेंसी के नाम पर कारोबार शुरू किया तो धर्मपुर में उसका भव्य स्वागत भी हुआ। यहां लोगों को उसने लुभावने सपने दिखाए और उनकी धनराशि को 11 माह में डबल करने का झांसा दिया। ग्रामीणों को भरोसा दिलासा दिया कि वह स्थानीय है और कहीं भाग कर नहीं जा रहा है। मात्र 11 महीने में अमीर होने की चाह में कई लोगों ने अपनी धनराशि का निवेश कर दिया। शुरुआती दौर में कुछ धनराशि मिलने पर लोगों का रुझान इस ओर अधिक बढ़ गया। सुखदेव के धर्मपुर के कौंसल गांव का होने पर और निवेश पर धनराशि मिलने के बाद लोगों का विश्वास उस पर बढ़ गया। लोगों ने ऋण लेकर भी निवेश किया। हालांकि बाद में जब धनराशि नहीं मिली तो दूसरी वेबसाइट देकर लोगों को काम पर लगाए रखा। इसी तरह दो-तीन साल गुजर गए, लेकिन बाद में लोगों के हाथ कुछ नहीं लगा। राकेश, संदीप, मंजू, अजय कुमार, संजीव कुमार, नवदीप, उदय ने बताया कि सुखदेव की ओर से बड़े प्रभोलन दिए गए और निवेश करने पर 11 महीने में धनराशि डबल करने की गारंटी तक दी गई। स्थानीय होने पर लोगों ने उस पर विश्वास कर लिया और झांसे में आए।

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