Cyber Crime : दिल्ली में बैठकर अमेरिकी नागरिकों से ठगी, सरगना समेत 26 गिरफ्तार, नोएडा से भी गोरखधंधा

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सांकेतिक तस्वीर

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– फोटो : पिक्साबे

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पूर्वी जिला के साइबर थाना पुलिस ने अमेरिका नागरिकों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा 24 अन्य लोगों को पकड़ा है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजेश कुमार  और अमृत सिंह के रूप में हुई है। आरोपी खुद को अमेजन का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर मदद का झांसा देते थे।

बाद में उनको अमेजन के गिफ्ट कार्ड्स खरीदवाकर उनको कैश कर लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 22 कंप्यूटर, 13 लैपटॉप, 28 मोबाइल, वाईफाई राउटर व अन्य सामान बरामद किए है। शुरुआती जांच के दौरान पता चला है कि आरोपियों ने अब तक करीब 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों से ठगी की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ ने बताया कि 17 नवंबर को साइबर थाना पुलिस की टीम को खबर मिली थी कि शकरपुर इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। सूचना जुटाने के बाद फौरन एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद टीम ने लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक इमारत की पहली मंजिल पर छापा मारा। वहां पुलिस को ठगों की एक पूरी जमात मिली।

इनमें कुछ लड़कियां भी शामिल थीं। पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया। कॉल सेंटर चला रहे राजेश और अमृत सिंह ने बताया कि वह पिछले करीब एक साल से इस गोरखधंधे में लिप्त हैं। आरोपी खुद को अमेजन का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर अमेरिकी नागरिकों को कॉल, मैसेज और ईमेल करते हैं। आरोपी पीड़ितों से ‘ल्ट्रा व्यूअर’ ‘एनी डेस्क’ जैसे सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवाते थे। इसके बाद उनको नजदीकी स्टोर से ऑन लाइन अमेजन गिफ्ट कार्ड खरीदने का दबाव बनाया जाता था। 

कॉल सेंटर खोलकर 100 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी
उधर, नोएडा सेक्टर-63 में कॉल सेंटर खोलकर बीमा लैप्स बीमा पॉलिसी रिन्यू कराने का झांसा देने वाले गिरोह के दस बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। 71 लाख की ठगी का शिकार हुए किसान की शिकायत पर बादलपुर पुलिस ने कार्रवाई की। गिरोह लगभग एक साल से कॉल सेंटर चला रहा था। गिरोह के 100 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी का अनुमान है। पुलिस ठगी की रकम और पीड़ितों का सही ब्योरा जुटाने के प्रयास में जुटी है। 

डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के दुरयाई गांव निवासी किसान संजय कुमार की करीब 6 माह पहले एलआईसी पॉलिसी बंद (लैप्स) हो गई थी। उन्होंने पॉलिसी को चालू कराने के लिए बीमा कंपनी में संपर्क किया था। इसके बाद उनके मोबाइल पर लैप्स पॉलिसी रिन्यू कराने का झांसा देने की कॉल आने लगी। आरोपियों ने कभी रजिस्ट्रेशन तो कभी जीएसटी व कभी किसी विभाग से अनुमति प्राप्त करने का झांसा देकर पीड़ित से कई बार में 71 लाख ठग लिए। आरोपी दवा कंपनी के नाम से कॉल सेंटर चला रहे थे।

बरामद सामान
पुलिस ने कॉलसेंटर से सात लैपटॉप, छह एटीएम कार्ड, 13 मुहर, तीन मोबाइल, चेक बुक, 34 पासबुक, ड्राइविंग लाइसेंस, तीन पहचानपत्र और एनपीसीएल कंपनी की लेटरपैड बरामद की है।

बीमा कंपनी के एजेंट ने दिया था नंबर
गिरोह का सरगना पंकज गिरी है। इस गैंग ने ठगी करने के लिए तीन यूनिट बना रखी थी। एक यूनिट में अंकित गिरी और ठाकुर सिंह हैं। दोनों बीमा कंपनी के एजेंट हैं। पीड़ित किसान ने इन्हीं दोनों से बीमा पॉलिसी रिन्यू कराने के लिए संपर्क किया था। इन्हीं एजेंटों ने अपने गिरोह के सदस्यों कॉल सेंटर चलाने वालों को पीड़ित का नंबर देकर ठगी का शिकार बनाया।  

पूर्वी जिला के साइबर थाना पुलिस ने अमेरिका नागरिकों से ठगी करने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। पुलिस ने इस संबंध में दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करने के अलावा 24 अन्य लोगों को पकड़ा है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान राजेश कुमार  और अमृत सिंह के रूप में हुई है। आरोपी खुद को अमेजन का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर मदद का झांसा देते थे।

बाद में उनको अमेजन के गिफ्ट कार्ड्स खरीदवाकर उनको कैश कर लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 22 कंप्यूटर, 13 लैपटॉप, 28 मोबाइल, वाईफाई राउटर व अन्य सामान बरामद किए है। शुरुआती जांच के दौरान पता चला है कि आरोपियों ने अब तक करीब 500 से अधिक अमेरिकी नागरिकों से ठगी की है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।

पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ ने बताया कि 17 नवंबर को साइबर थाना पुलिस की टीम को खबर मिली थी कि शकरपुर इलाके में फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। सूचना जुटाने के बाद फौरन एक टीम का गठन किया गया। इसके बाद टीम ने लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन के पास एक इमारत की पहली मंजिल पर छापा मारा। वहां पुलिस को ठगों की एक पूरी जमात मिली।

इनमें कुछ लड़कियां भी शामिल थीं। पुलिस ने सभी को हिरासत में लिया। कॉल सेंटर चला रहे राजेश और अमृत सिंह ने बताया कि वह पिछले करीब एक साल से इस गोरखधंधे में लिप्त हैं। आरोपी खुद को अमेजन का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर अमेरिकी नागरिकों को कॉल, मैसेज और ईमेल करते हैं। आरोपी पीड़ितों से ‘ल्ट्रा व्यूअर’ ‘एनी डेस्क’ जैसे सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवाते थे। इसके बाद उनको नजदीकी स्टोर से ऑन लाइन अमेजन गिफ्ट कार्ड खरीदने का दबाव बनाया जाता था। 

कॉल सेंटर खोलकर 100 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी

उधर, नोएडा सेक्टर-63 में कॉल सेंटर खोलकर बीमा लैप्स बीमा पॉलिसी रिन्यू कराने का झांसा देने वाले गिरोह के दस बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। 71 लाख की ठगी का शिकार हुए किसान की शिकायत पर बादलपुर पुलिस ने कार्रवाई की। गिरोह लगभग एक साल से कॉल सेंटर चला रहा था। गिरोह के 100 से अधिक लोगों से करोड़ों की ठगी का अनुमान है। पुलिस ठगी की रकम और पीड़ितों का सही ब्योरा जुटाने के प्रयास में जुटी है। 

डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि बादलपुर कोतवाली क्षेत्र के दुरयाई गांव निवासी किसान संजय कुमार की करीब 6 माह पहले एलआईसी पॉलिसी बंद (लैप्स) हो गई थी। उन्होंने पॉलिसी को चालू कराने के लिए बीमा कंपनी में संपर्क किया था। इसके बाद उनके मोबाइल पर लैप्स पॉलिसी रिन्यू कराने का झांसा देने की कॉल आने लगी। आरोपियों ने कभी रजिस्ट्रेशन तो कभी जीएसटी व कभी किसी विभाग से अनुमति प्राप्त करने का झांसा देकर पीड़ित से कई बार में 71 लाख ठग लिए। आरोपी दवा कंपनी के नाम से कॉल सेंटर चला रहे थे।

बरामद सामान

पुलिस ने कॉलसेंटर से सात लैपटॉप, छह एटीएम कार्ड, 13 मुहर, तीन मोबाइल, चेक बुक, 34 पासबुक, ड्राइविंग लाइसेंस, तीन पहचानपत्र और एनपीसीएल कंपनी की लेटरपैड बरामद की है।

बीमा कंपनी के एजेंट ने दिया था नंबर

गिरोह का सरगना पंकज गिरी है। इस गैंग ने ठगी करने के लिए तीन यूनिट बना रखी थी। एक यूनिट में अंकित गिरी और ठाकुर सिंह हैं। दोनों बीमा कंपनी के एजेंट हैं। पीड़ित किसान ने इन्हीं दोनों से बीमा पॉलिसी रिन्यू कराने के लिए संपर्क किया था। इन्हीं एजेंटों ने अपने गिरोह के सदस्यों कॉल सेंटर चलाने वालों को पीड़ित का नंबर देकर ठगी का शिकार बनाया।  



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