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ऑनलाइन साइबर ठगी
– फोटो : amar ujala
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हिमाचल प्रदेश में हर रोज करीब 60 लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। साइबर अपराधी लोगों को सस्ते लोन, बिजली के बिलों और फास्ट टैग के नाम पर ठग रहे हैं। वर्ष 2022 में शिमला रेज साइबर थाना में सबसे 2,100 शिकायतें दर्ज हुई हैं। नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो पोर्टल और टोल फ्री नंबर 1930 पर साइबर अपराध के शिकार लोग शिकायतें कर रहे हैं।
एएसपी भूपिंद्र सिंह नेगी ने कहा पिछले कुछ समय से साइबर अपराध का ग्राफ बढ़ा है। शातिर नए तरीकों का इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहे हैं। पैन कार्ड बनाने से लेकर क्रेडिट कार्ड के प्वाइंट रिडिम करने, ओटीपी शेयर करने, लोन देने के लिए साक्षात्कार करवाने के नाम पर लिंक भेजकर ठगी की जा रही है। उन्होंने कहा कि करीब 400 ऐसी एप्लीकेशन हैं। जो फ र्जी हैं। इनके लिंक लोगों को भेजे जा रहे हैं। लोग भी इनके झांसे में आकर लोन और अन्य चीजों के लिए आवेदन कर देते हैं। ऐसे में उनके एकाउंट से पैसे कटने शुरू हो जाते है।
उम्रदराज के लोग ठगी का शिकार
हिमाचल में ज्यादातर उम्रदराज के लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। शातिर महिलाएं पहले बुुजुर्गों के साथ व्हाट्सएप पर चैट करती हैं। धीरे-धीरे उन्हें अपने जाल में फंसाती हैं। फिर पैसा मांगना शुरू कर देती है। ऐसे न करने पर वह तस्वीरें या व्हाट्सऐप पर की गई बात परिवार के सदस्यों के साथ साझा करने की धमकियां देती है।
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