Delhi : गंभीर रूप से घायल 10 दिन के नवजात ने भी तोड़ा दम, पुरानी दिल्ली में गिरी थी कमरे की छत

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पुरानी दिल्ली के चांदनी महल स्थित चितली कबर इलाके में हुए हादसे में मृतकों की संख्या अब तीन हो गई है। बुधवार तड़के 10 दिन के नवजात लड़के ने इलाज के दौरान एलएनजेपी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया। बाद में 10 दिन के जुहान को उसकी मां और भाई की कब्र के नजदीक दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। 

चांदनी महल थाना पुलिस हादसे की वजहों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। बुधवार को पुलिस की एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया। उधर अस्पताल में नवजात बच्ची और उसके भाई की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उनका इलाज जारी है।

मंगलवार को तड़के हुए हादसे के बाद रुखसार (30) और तीन साल के बेटे आलियार कुरैशी की मौत हो गई थी। हादसे में 10 दिन के जुड़वां नवजात जुहान और जुहानिया व एक अन्य सुभान की हालत गंभीर बनी हुई थी। इन सभी का एलएनजेपी अस्पताल में इलाज जारी था। बुधवार तड़के करीब चार बजे जुहान ने दम तोड़ दिया। 

मलबे में दबकर जुहान गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। अब परिवार बाकी बच्चों की सलामती की दुआएं कर रहा है। बता दें कि मंगलवार तड़के करीब 4.00 बजे चितली कबर स्थित एक मकान में कमरे की छत गिर गई थी। वहां रुखसार अपने पांच बच्चों के साथ सो रही थी। हादसे में रुखसार और उसके सारे बच्चे मलबे में दब गए।

हादसे में रुखसार और उसके तीन साल के बेटे आलियार कुरैशी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि बाकी बच्चे सुभान (8), रहमान (5) और दस दिन के जुहान और जुहानिया का इलाज जारी था। बुधवार को एक बच्चे की मौत हो गई। हादसे के बाद रुखसार के पिता अफजाल, मां चमन और पति अफसर का रोते-रोते बुरा हाल है। हादसे में बाकी लोग बाल-बाल बच गए।

विस्तार

पुरानी दिल्ली के चांदनी महल स्थित चितली कबर इलाके में हुए हादसे में मृतकों की संख्या अब तीन हो गई है। बुधवार तड़के 10 दिन के नवजात लड़के ने इलाज के दौरान एलएनजेपी अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया। बाद में 10 दिन के जुहान को उसकी मां और भाई की कब्र के नजदीक दिल्ली गेट स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। 

चांदनी महल थाना पुलिस हादसे की वजहों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। बुधवार को पुलिस की एक टीम ने घटना स्थल का दौरा किया। उधर अस्पताल में नवजात बच्ची और उसके भाई की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उनका इलाज जारी है।

मंगलवार को तड़के हुए हादसे के बाद रुखसार (30) और तीन साल के बेटे आलियार कुरैशी की मौत हो गई थी। हादसे में 10 दिन के जुड़वां नवजात जुहान और जुहानिया व एक अन्य सुभान की हालत गंभीर बनी हुई थी। इन सभी का एलएनजेपी अस्पताल में इलाज जारी था। बुधवार तड़के करीब चार बजे जुहान ने दम तोड़ दिया। 

मलबे में दबकर जुहान गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। अब परिवार बाकी बच्चों की सलामती की दुआएं कर रहा है। बता दें कि मंगलवार तड़के करीब 4.00 बजे चितली कबर स्थित एक मकान में कमरे की छत गिर गई थी। वहां रुखसार अपने पांच बच्चों के साथ सो रही थी। हादसे में रुखसार और उसके सारे बच्चे मलबे में दब गए।

हादसे में रुखसार और उसके तीन साल के बेटे आलियार कुरैशी की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि बाकी बच्चे सुभान (8), रहमान (5) और दस दिन के जुहान और जुहानिया का इलाज जारी था। बुधवार को एक बच्चे की मौत हो गई। हादसे के बाद रुखसार के पिता अफजाल, मां चमन और पति अफसर का रोते-रोते बुरा हाल है। हादसे में बाकी लोग बाल-बाल बच गए।



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