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सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 335 (बहुत खराब) श्रेणी में है।
(तस्वीरें कॉपरनिकस मार्ग की हैं) pic.twitter.com/AZrfC9Nxdx
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 1, 2022
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की मुख्य वजह हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में किसानों द्वारा जलाई जा रही पराली को माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पराली का धुआं हवा के साथ बहकर दिल्ली की वातावरण को दूषित कर रहा है। हालांकि सरकार इस दिशा में लंबे समय से काम कर रही है। लेकिन अभी अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आए हैं।
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गया है, जबकि आने वाले दिनों में ये समस्या और बढ़ सकती है। वहीं, हवा में घुले जहर की वजह से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को सांस लेने में परेशानी और आंखों में तेज जलन महसूस हो रही है। इसके साथ ही सीने में जकड़न की वजह से हॉस्पिटलाइजेशन के केस बढ़े हैं। डॉक्टरों ने भी ऐसे मौसम में लोगों से खास अहतियात बरतने की अपील की है।
दिल्ली में सर्दी की शुरुआत और बिगड़ती हवा की गुणवत्ता ने सुबह राष्ट्रीय राजधानी को धुंध की परत में ढक दिया। राष्ट्रीय राजधानी में आज सुबह वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 335 (‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। कश्मीर में शीतलहर के बीच कड़ाके की ठंड पड़ रही है। ऐसे में पहाड़ों से आने वाली सर्द हवाएं मैदानी इलाकों में ठिठुरन बढ़ाएंगी। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि सप्ताह के अंत तक दिल्ली का न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस तक पहुंचेगा।
दिल्ली में अगले कुछ दिनों में जबरदस्त ठंड पड़ने वाली है। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय राजधानी में पारा 6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़कने के आसार हैं। वहीं दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में अगले 4 से 5 दिनों तक बारिश का अनुमान है। उत्तर पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में दिन और रात के तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है।
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