मौसमी दशाओं के बिगड़ने का असर रविवार दिल्ली-एनसीआर की हवाओं पर पड़ा। बीते 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सबसे खराब हवा 410 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ ग्रेटर नोएडा की दर्ज की गई। वहीं, दिल्ली का एक्यूआई 407 रिकॉर्ड किया गया है। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों तक हवा की सेहत में सुधार की संभावना नहीं है। वहीं रविवार को बढ़ते वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (एक्यूएमसी) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का तृतीय चरण लागू करने के निर्देश दिए हैं।
ग्रैप का तृतीय चरण लागू होने से निर्माण कार्य और धवस्तीकरण की गतिविधियों पर प्रतिबंध रहेगा। केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, रविवार को पीएम 2.5 से छोटे कणों की पीएम 10 में 58 फीसदी तक हिस्सेदारी रही। पीएम 10 का स्तर 312 व पीएम 2.5 का स्तर 213 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया। सफर के मुताबिक, हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम बनी हुई है। हालांकि, पराली के धुएं का असर प्रदूषण में कम दर्ज किया जा रहा है। इस संबंध में विशेषज्ञ कहते हैं कि सुबह-शाम को तापमान में कमी आ रही है। वहीं, रही सही कसर हवा की धीमी र तार पूरी कर रही है। इन दिनों रात में हवा की र तार और कम हो रही है। इस वजह से स्थानीय स्तर पर प्रदूषण को जमने में मदद मिल रही है।
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक, बीते 24 घंटे में हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम रहने के साथ र तार आठ किलोमीटर प्रतिघंटा व मिक्सिंग हाइट 1150 मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स का स्तर तीन हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड रहा। विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों तक हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम रहने के साथ र तार आठ से 12 किलोमीटर प्रतिघंटा दर्ज की जा सकती है। वहीं, अगले 24 घंटे में मिक्सिंग हाइट 1200 मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स पांच हजार वर्ग मीटक प्रति सेकेंड दर्ज किया जा सकता है। मंगलवार को मिक्सिंग हाइट एक हजार मीटर व वेंटिलेशन इंडेक्स 7300 वर्ग मीटर प्रति सेकेंड दर्ज किया जा सकता है। बता दें कि हवा की र तार 10 किलोमीटर प्रतिघंटा व वेंटिलेशन इंडेक्स छह हजार वर्ग मीटर प्रति सेकेंड से कम होने पर प्रदूषकों को जमने में मदद मिलती है।
मौसमी दशाओं के बिगड़ने का असर रविवार दिल्ली-एनसीआर की हवाओं पर पड़ा। बीते 24 घंटे में दिल्ली-एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। सबसे खराब हवा 410 औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ ग्रेटर नोएडा की दर्ज की गई। वहीं, दिल्ली का एक्यूआई 407 रिकॉर्ड किया गया है। वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले दो दिनों तक हवा की सेहत में सुधार की संभावना नहीं है। वहीं रविवार को बढ़ते वायु प्रदूषण पर काबू पाने के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (एक्यूएमसी) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का तृतीय चरण लागू करने के निर्देश दिए हैं।