Delhi News: ग्रेटर नोएडा के ध्यानार्थ तीन विदेशियों के भी बनाए थे फर्जी आधार कार्ड

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आधार कार्ड के साथ छेड़छाड़ कर बीमा की रकम हड़पने वाले आरोपियों का खुलासा

पुरुषोत्तम वर्मा

नई दिल्ली। आधार कार्ड में बिना प्रूफ व कागजात के नाम व पता बदलकर अनक्लेम पॉलिसी का पैसा हड़पने वाले जालसाज ने पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा किया है। आरोपियों ने तीन विदेशियों के भी फर्जी आधार कार्ड बना दिए थे और उनके बीमा की रकम को हड़प लिया था। ये विदेशी नागरिक चीन व आसपास के देशों के हैं। दूसरी तरफ आरोपियों ने जिन 22 लोगों के आधार में नाम व पते बदलवाए थे, उनमें शकरपुर के दो मकानों का ही पता दिया था। आधार कार्ड जैसे कागजात के साथ छेड़छाड़ के मामले को दिल्ली पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है और यूआईडीएआई को पत्र लिखकर विस्तृत जानकारी मांगी है।

स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट के पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम के नेतृत्व में एसीपी सुनील पांचाल, इंस्पेक्टर अरुण कुमार त्यागी व इंस्पेक्टर देवेंद्र दहिया की टीम ने ठगी करने वाले प्रेम प्रकाश, चंदन जैन, सुजीत कुमार मिश्रा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट निवासी रोहित कुमार अग्रवाल और विकास को गिरफ्तार किया था। रोहित कुमार व सुजीत कुमार मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के कर्मचारी थे। इन्होंने आधार कार्ड में नाम व पता बदलवाकर 22 लोगों के 37 बीमा की 2.38 करोड़ की रकम को ठग लिया था। विकास गुजरांवाला टाउन में एसबीआई में स्थित आधार सेंटर में काम करता था और पैसे लेकर आधार कार्ड में नाम व पता बदल देता था। ये आधार कार्ड में बीमा धारक का नाम व पता बदलवा देते थे। जब ये बीमे की रकम को हड़प लेते थे, फिर से आधार कार्ड में असली कार्ड धारक का नाम व पता बदलवा देते थे।

उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि तीन विदेशियों ने भारत में अपना बीमा करा रखा था। इन लोगों ने राणा प्रताप बाग में स्थित झुग्गी बस्ती के व्यक्तियों के आधार कार्ड लेकर इन विदेशी नागरिकों का नाम व पता लिखवा दिया। इसके बाद इस आधार कार्ड से इन्होंने विदेशी नागरिक के नाम से बैंक में खाता खुलवाया। जब बैंक से पासबुक व चेक मिल गए तो इन्होंने इन विदेशी नागरिकों की बीमे की रकम को हड़प लिया।

22 आधार कार्ड में सिर्फ दो ही पते दिए

चौंकाने वाली बात ये है कि आरोपियों ने जिन 22 लोगों के आधार कार्ड बनवाए थे, उनमें सिर्फ दो ही मकानों के नंबर दिए थे। शकरपुर में मकान नंबर एस-407 और एस-560 हैं। प्रेमप्रकाश ने इन मकानों को पते का इस्तेमाल करने के लिए किराये पर लिया था।

पुलिस ने यूआईडीएआई को पत्र लिखा

बिना किसी प्रूफ व कागजात के आधार कार्ड से छेड़छाड़ के मामले को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सख्त हो गई हैं। पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम का कहना है कि ये गंभीर मुद्दा है। दिल्ली पुलिस ने यूआईडीएआई को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है कि आधार कार्ड कितनी बार अपडेट हुए हैं, शुरू में क्या-क्या पते थे, कब अपडेट हुए, अपडेट करने के लिए क्या-क्या कागजात लगाए थे आदि। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि यूआईडीएआई समय से जानकारी नहीं दे रहा है।

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