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आईएसआईएस के तीन आतंकियों के पकड़े जाने का मामला
शाहनवाज और रिजवान अली पाकिस्तान जाने की बना रहे थे योजना
धमाकों के बाद वीडियो बनाकर पाकिस्तान भेजते थे आरोपी
आरोपियों ने दिल्ली, राजस्थान और हल्द्वानी में भी धमाकों के लिए किए परीक्षण
शुजात आलम
नई दिल्ली। खनन इंजीनियरिंग करने के बाद शाहनवाज एसएससी की तैयारी करने दिल्ली आया। यहां जामिया नगर के अबुल फजल में कुछ लोगों के संपर्क में आने के बाद अचानक उसकी विचारधारा में बदलाव आ गया। विशेष समुदाय पर जुल्म की कहानियां सुनाकर शाहनवाज का ब्रेनवाॅश कर दिया गया। हमेशा पढ़ाई में अव्वल रहने वाला शाहनवाज अब कट्टरपंथ की ओर बढ़ गया।
दिल्ली में ही उसकी रिजवान अली से मुलाकात हुई। वह पहले से ही आईएस की विचारधारा से प्रभावित था। दोनों ने इकट्ठे कई एक्स अकाउंट के अलावा कई न्यूज चैनलों को देखना शुरू किया। धीरे-धीरे दोनों पाक में बैठे हैंडलर के संपर्क में आए। इन लोगों से भारत में नेटवर्क खड़ा करने के लिए कहा गया। पुलिस की पूछताछ में शाहनवाज ने खुलासा किया है कि वह हिजरत करने अफगानिस्तान जाना चाहता था। वहां से पाकिस्तान जाना आसान है। पाकिस्तान जाकर यह लोग अपने आकाओं से मिलकर वापस भारत लौटते। शाहनवाज, रिजवान अली और रिजवान अशरफ पाकिस्तान में बैठे एक ही हैंडलर से बैथ (शपथ) लिए थे। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला है कि शाहनवाज ने रिजवान अली के साथ मिलकर दिल्ली के जैतपुर स्थित जंगलों में हल्के धमाके कर आईईडी का परीक्षण किया। इसके अलावा राजस्थान और उत्तराखंड के हल्द्वानी में भी धमाके के परीक्षण किए गए। इन सभी के वीडियो बनाकर पाक में बैठे आकाओं को भेज दिया जाता।
इन धमाकों को देखकर वहां से बम को और ताकतवर बनाने के दिशा-निर्देश जारी होते थे। पुलिस इनके मोबाइल की मदद से इन वीडियो को बरामद करने का प्रयास कर रही है। हालांकि वीडियो देखने के बाद फौरन उसे डिलीट कर दिया जाता था। टीम इन डिलीट वीडियो को एफएसएल भेजकर रिकवर करने का प्रयास कर रही है। पुलिस की टीम रिजवान अली के अलावा उसकी पत्नी अलफिया, शाहनवाज की पत्नी व बहन की भी तलाश कर रही है।
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