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सांसद संजय सिंह और दिनेश अरोड़ा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
दिल्ली शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को गिरफ्तार किया है। ईडी की टीम ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर छापेमारी की थी। पहले इसी मामले में आप नेता के कई करीबियों के भी परिसरों की तलाशी ली गई थी। ईडी ने शराब घोटला मामले में ही दिनेश अरोड़ा को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद अरोड़ा को सरकारी गवाह घोषित किया गया था। पिछले साल शहर की एक अदालत ने इस मामले में अरोड़ा को सरकारी गवाह बनाने के सीबीआई के अनुरोध को स्वीकार कर लिया था।
कौन है दिनेश अरोड़ा
दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली शराब घोटाले में सरकारी गवाह बनकर अपना बयान दर्ज कराया है। दिनेश अरोड़ा राधा इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर हैं और रेस्ट्रोरेंट-बार इंडस्ट्रीज में एक बड़ा नाम है। दिल्ली के हॉजहाउस इलाके में उन्होंने अपना पहला कैफे खोला था। सीबीआई ने अनपी एफआईआर में दिनेश अरोड़ा को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी बताया था।
ऐसे हुई मुलाकात
ईडी के आरोप पत्र के अनुसार, दिल्ली के व्यवसायी दिनेश अरोड़ा, जिन्हें दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में आरोपी के रूप में नामित किया गया था। पहले संजय सिंह की उपस्थिति में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की थी। एक बयान में अरोड़ा ने ईडी को बताया कि उनकी मुलाकात एक कार्यक्रम के दौरान संजय सिंह से हुई थी। इसके बाद वह दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के भी संपर्क में आए थे। आगे बताया कि यह कार्यक्रम दिल्ली चुनाव से पहले धन जुटाने के लिए आयोजित किया गया था। इस साल मई में ईडी ने सिंह के करीबी सहयोगियों के परिसरों की तलाशी ली थी और उन्होंने आरोप लगाया था कि ईडी ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले के संबंध में उनके दो सहयोगियों अजीत त्यागी और सर्वेश मिश्रा के घरों पर छापेमारी की।
चार्जशीट में इन लोगों के नाम शामिल
पहली चार्जशीट में पहली बार मनीष सिसोदिया का नाम आरोपी के तौर पर सामने आया था। कई अन्य लोग भी शामिल थे। इसके बाद दिल्ली शराब घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विशेष अदालत में दूसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया है। इसमें तीन व्यक्तियों राघव मगुंटा, राजेश जोशी और गौतम मल्होत्रा के अलावा उनसे जुड़ी पांच कंपनियों को आरोपी बनाया गया है।
नई शराब नीति लागू होने के बाद मिलीं शिकायतें
साल 2021-22 की नई शराब नीति लागू होने के बाद कई गड़बड़ियों की शिकायतें मिली थीं। एमएचए के डायरेक्टर ने सीबीआई से शराब घोटाले की जांच कराने का आदेश दिया था। जिसके बाद एलजी विनय कुमार सक्सेना को एक लेटर भेजा गया। जिसमें गड़बड़ियों का जिक्र था। इसके बाद एलजी ने जांच की मंजूरी दी और नई शराब नीति की जांच शुरू हो गई। पहले दिल्ली मुख्य सचिव ने भी इस मामले पर शिकायत की थी।
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