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Durga Chalisa Lyrics in Hindi: आज चैत्र नवरात्र का दूसरा दिन है. आज दुर्गा माता के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी पूजा-अर्चना करने का विधान है. मां ब्रह्मचारिणी को गुड़ पसंद है, इसलिए आज मां ब्रह्मचारिणी को गुड़ मिलाकर भोग लगाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि मां ब्रह्मचारिणी को सफेद रंग बहुत प्रिय है. नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी के पूजन से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं. नवरात्रि की पूजा में रोजाना दुर्गा चालीसा पढ़ने से मां जगदम्बा प्रसन्न होती हैं और धन-संपन्नता का आशीर्वाद प्रदान करती हैं.
देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा कब की जाती है?
मां ब्रह्मचारिणी मां दुर्गा का दूसरा स्वरूप और नौ शक्तियों में से दूसरी शक्ति हैं. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा नवरात्रि के दूसरे दिन की जाती है. मां ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना विधि विधान से करने पर परिवार में सुख समृद्धि आती हैं. मां ब्रह्मचारिणी ध्यान, ज्ञान और वैराग्य की अधिष्ठात्री देवी हैं. साधक उनकी आराधना कर ज्ञान-ध्यान के साथ वैराग्य प्राप्त कर सकते हैं. मां के इस स्वरुप को मिश्री, दूध और पंचामृत का भोग लगाना चाहिए. पंचामृत अर्पित करते समय ऊं ऐं नमः का जाप 108 बार जरूर करें. पूजा के उपरांत मां ब्रह्मचारिणी की आरती करें और सभी को प्रसाद वितरित करें. आइए जानते हैं विस्तार से दुर्गा चालीसा का पाठ आरती …
दुर्गा चालीसा का पाठ

दुर्गा जी की आरती

देवी ब्रह्मचारिणी जी की आरती

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