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विस्तार
जी-20 शिखर सम्मेलन के बीच जामा-मस्जिद के बाहर बम रखा होने की सूचना मिलने पर पुलिस के होश उड़ गए। आनन-फानन में पुलिस के अलावा डॉग और बम स्क्वायड समेत तमाम बाकी एजेंसियां मौके पर पहुंची। काफी देर तलाश करने के बाद कॉल को हॉक्स करार दे दिया गया। कॉलर ने बताया कि उसने एक लावारिस बैग देखकर पुलिस को खबर दी थी।
जामा मस्जिद पर बम की खबर मिलने के बाद आसपास भी अफरा-तफरी मच गई। लोग काफी परेशान हो गए। कई घंटे की जांच के बाद पुलिस ने जब लोगों को बताया कि बैग में कोई बम नहीं मिला है तो लोगों ने राहत की सांस ली। पुलिस कॉल करने वाले लड़के से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आम लोगों से पुलिस की आंख और कान बनने की अपील की है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 8.00 बजे उनकी टीम को सूचना मिली कि जामा मस्जिद गेट नंबर-1 के पास एक बैग में बम रखा हुआ है। सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस अधिकारी वहां पहुंच गए। आसपास के एरिया को खाली करवा लिया गया।
इसके बाद बम व डॉग स्क्वायड ने बैग की पड़ताल की। उसमें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। पुलिस को घटना स्थल पर ही नाबालिग लड़का मिला। उसने बताया कि उसे बैग संदिग्ध लगा तो उसने पुलिस को खबर दी। लड़के से बातचीत के बाद उसे छोड़ दिया गया। हालांकि अहतियात के तौर पर पूरे एरिया की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है।
फोटोग्राफी के लिए उड़ाया ड्रोन, केस दर्ज
जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर जमीन से लेकर आसमान तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं। पुलिस ने ड्रोन और दूसरे उपकरणों के उड़ाने पर पाबंदी लगाई है। शुक्रवार को पूसा संस्थान में बनाए गए कंट्रोल रूम को पता चला कि पटेल नगर में ड्रोन उड़ाया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने कुछ ही देर में ड्रोन उड़ाने वाले लड़के को खोज निकाला। बर्थडे पार्टी में फोटोग्राफी के लिए ड्रोन उड़ाया जा रहा था। ड्रोन मालिक के खिलाफ सरकारी आदेश के उल्लंघन का मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। ड्रोन को कब्जे में लिया गया है। विशेष पुलिस आयुक्त दीपेंद्र पाठक ने बताया कि पुलिस की मुस्तैदी की वजह से आरोपी पकड़ा गया।
वहीं, राजघाट इलाके में यमुना खादर एरिया में गश्त कर रहे जवानों को शुक्रवार रात जंगल में एक संदिग्ध उपकरण पड़ा मिला। उसमें लाइट जल रही थी। मौके पर डॉग और बम स्क्वाड को बुला लिया गया। जांच में पता चला कि बरामद उपकरण मौसम विभाग का है। इसे ‘रेडियो साउंडी ऑपरेशन’ कहा जाता है। हवा और तापमान मापने के लिए मौसम विभाग इन गुब्बारानुमा उपकरणों को सुबह-शाम छोड़ता है। अपना काम करने के बाद यह उपकरण कहीं भी उतर जाते हैं। पुलिस ने जी-20 के दौरान आम लोगों से संदिग्ध वस्तु की जानकारी देने के लिए कहा है।
मेहमानों के लिए शहीदी पार्क और जी-20 पार्क को संवारा
आईटीओ पर शहीदी पार्क और जीके-2 में जी-20 स्मृति पार्क को विदेशी मेहमानों का इंतजार है। मेहमानों के स्वागत के लिए निगम ने दोनों पार्कों को खास तरीके से संवारा है। फूलों से सजावट की गई है। साथ ही, खास तरीके से घास लगाकर हरियाली की है। साफ सफाई, पाथवे पर लगे लाल पत्थरों को घिसकर साफ किया गया है।
शहीदी पार्क को सैकड़ों टन कबाड़ से तैयार किया गया है। जी-20 समूह के कई देश एमसीडी की इस तकनीक से प्रभावित हैं। निगम को उम्मीद है विदेशी मेहमान वेस्ट टू आर्ट तकनीक को जरूर देखना व समझना चाहेंगे।
निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मेहमान यहां पर इतिहास के साथ कला के बेहतरीन नजारे देखेंगे। वे भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को जान पाएंगे। चापेकर बंधु, लाल बाल पाल, खुदीराम बोस, वीर सावरकर, रास बिहारी बोस, महात्मा गांधी की कलाकृतियां देखने को मिलेंगी। हस्तिनापुर के इतिहास से रूबरू हो सकेंगे। ईसा पूर्व तक के काल की झलक भी दिखेगी। उन्होंने कहा कि शकुंतला पुत्र भरत और भारत माता की विशाल मूर्ति आकर्षित करेगी। छत्रपति शिवाजी, संभाजी महाराज, पेशवा, महादजी सिंधिया जैसे नायकों के अलावा स्वाधीनता संग्राम के गुमनाम नायकों को भी जान पाएंगे। यहां दुर्गा भाभी जैसी वीरांगनाएं, बाल वीर व युवा क्रांतिकारियों की प्रतिमाएं चमचमा रही हैं। जीके-2 में जी-20 स्मृति पार्क खास विदेशी मेहमानों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। दिल्ली सरकार और निगम दोनों को उम्मीद है कि विदेशी मेहमान इस पार्क को देखने जरूर आएंगे।
हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों या बस टर्मिनल जाने को लेकर लोग कर रहे हैं सवाल
जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर शनिवार को नई दिल्ली के कई रास्ते बंद हैं। ऐसे में लोग दिल्ली यातायात पुलिस के हेल्पलाइन पर उनसे हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों या बस टर्मिनलों तक आने-जाने के लिए मार्ग के बारे में काफी प्रश्न पूछ रहे हैं। अपने प्रश्न के जरिए लोग पुलिस से उपलब्ध मार्गों के बारे में सुझाव देने के लिए कह रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनसे संपर्क करने वालों को तुरंत उपलब्ध रास्तों के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही उन्हें जी20 समिट वर्चुअल हेल्प डेस्क पर वास्तविक समय के ट्रैफिक अपडेट का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
पुलिस ने लोगों से शहर में आसानी से घूमने के लिए एप मैप माय इंडिया का इस्तेमाल करने की सलाह दे रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रविवार को भी शिखर सम्मेलन के कारण नई दिल्ली जिले में सुबह 5 बजे से रात 11.59 तक वाहनों की आवाजाही को नियंत्रित किया जाएगा। लेकिन इस क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोगों, एम्बुलेंस और पर्यटकों को उचित पहचान पत्र पेश करने पर उन्हें यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी। प्रगति मैदान जहां शिखर सम्मेलन हो रहा है, उसके आसपास बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा है। साथ ही नई दिल्ली और उसके सीमावर्ती इलाकों में वाहनों की जांच की जा रही है।
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