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ब्रजेश सिंह और मुख्तार अंसारी
– फोटो : Amar Ujala
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बहुचर्चित ऊसरी चट्टी हत्याकांड के 21 वर्ष पुराने मामले में मंगलवार को पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी जनपद के एमपी एमएलए कोर्ट में पेश होगा। बांदा जेल से मुख्तार को कड़ी सुरक्षा के बीच लाया जा रहा है। कोर्ट में बयान दर्ज होने के बाद उसे वापस बांदा जेल भेज दिया जाएगा। सूत्रों से जानकारी मिली है कि बृजेश सिंह भी कोर्ट में पेश होगा। इसके लिए कोर्ट परिसर के आस-पास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। डीएम आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह ने सोमवार को कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। एस पी ने कहा कि यहां पीएससी और थानों की पुलिस को लगाया जाएगा। कोर्ट के आस-पास अनावश्यक लोगों के आने पर पाबंदी रहेगी।
ऊसरी हत्याकांड के मामले में अभियोजन की तरफ से विशेष लोक अभियोजक नीरज कुमार श्रीवास्तव ने मुकदमे के वादी मुख्तार अंसारी का बयान वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराने का आवेदन दिसंबर में दिया था। जिस पर आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के अधिवक्ता ने आपत्ति की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने जनपद के पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि वादी मुकदमा मुख्तार अंसारी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश कर बयान लिया जाए। इसके लिए 20 दिसंबर को न्यायालय में उपस्थित करने का आदेश हुआ। लेकिन मुख्तार को 20 दिसंबर और उसके बाद 3 जनवरी को कोर्ट में पेश नहीं किया गया। ऐसे में न्यायालय द्वारा सख्त रुख अख्तियार किया गया।
वहीं, ऊसरी हत्याकांड के दोनों आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह कोर्ट में पेश हो चुके है। 3 जनवरी को वाराणसी से आरोपी त्रिभुवन सिंह को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया गया। साथ ही एक गवाह की गवाही भी हुई। इससे पहले सितंबर 6 सितंबर को बृजेश सिंह कोर्ट में पेश हो चुका है। मालूम हो कि 15 जुलाई 2001 को मुख्तार अंसारी अपने निर्वाचन क्षेत्र मऊ जा रहे थे।
दोपहर 12 :30 बजे ऊसरी चट्टी पर उनके काफिले पर पहले से तैयार हमलावरों ने स्वचलित हथियारों से फायरिंग की जिसमें मुख्तार अंसारी के सरकारी गनर रामचंदर उर्फ प्रदीप की मौके पर और दूसरे रुस्तम उर्फ बाबू की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हमलावरों में से एक मारा गया था। मुख़्तार अंसारी के साथ चलने वाले हमराहियों को भी चोट आई थीं। इस मामले में मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह को नामजद करते अन्य 15 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोपी बृजेश के आने पर ढ़ाई घंटे चली थी जिरह
ऊसरी चट्टी हत्याकांड मामले में 6 सितंबर को करीब ढाई घंटे जिरह हुई थी। उस दौरान गवाह रमेश राम की जिरह वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में हुई। उस दौरान आरोपी बृजेश सिंह कोर्ट में मौजूद रहा और दूसरा आरोपी त्रिभुवन सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कार्यवाही में शामिल हुआ।
विस्तार
बहुचर्चित ऊसरी चट्टी हत्याकांड के 21 वर्ष पुराने मामले में मंगलवार को पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी जनपद के एमपी एमएलए कोर्ट में पेश होगा। बांदा जेल से मुख्तार को कड़ी सुरक्षा के बीच लाया जा रहा है। कोर्ट में बयान दर्ज होने के बाद उसे वापस बांदा जेल भेज दिया जाएगा। सूत्रों से जानकारी मिली है कि बृजेश सिंह भी कोर्ट में पेश होगा। इसके लिए कोर्ट परिसर के आस-पास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। डीएम आर्यका अखौरी और एसपी ओमवीर सिंह ने सोमवार को कोर्ट परिसर का निरीक्षण किया। एस पी ने कहा कि यहां पीएससी और थानों की पुलिस को लगाया जाएगा। कोर्ट के आस-पास अनावश्यक लोगों के आने पर पाबंदी रहेगी।
ऊसरी हत्याकांड के मामले में अभियोजन की तरफ से विशेष लोक अभियोजक नीरज कुमार श्रीवास्तव ने मुकदमे के वादी मुख्तार अंसारी का बयान वीडियो कांफ्रेंसिंग से कराने का आवेदन दिसंबर में दिया था। जिस पर आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह के अधिवक्ता ने आपत्ति की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए न्यायालय ने जनपद के पुलिस अधीक्षक को आदेश दिया कि वादी मुकदमा मुख्तार अंसारी को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में पेश कर बयान लिया जाए। इसके लिए 20 दिसंबर को न्यायालय में उपस्थित करने का आदेश हुआ। लेकिन मुख्तार को 20 दिसंबर और उसके बाद 3 जनवरी को कोर्ट में पेश नहीं किया गया। ऐसे में न्यायालय द्वारा सख्त रुख अख्तियार किया गया।
वहीं, ऊसरी हत्याकांड के दोनों आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह कोर्ट में पेश हो चुके है। 3 जनवरी को वाराणसी से आरोपी त्रिभुवन सिंह को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायालय में पेश किया गया। साथ ही एक गवाह की गवाही भी हुई। इससे पहले सितंबर 6 सितंबर को बृजेश सिंह कोर्ट में पेश हो चुका है। मालूम हो कि 15 जुलाई 2001 को मुख्तार अंसारी अपने निर्वाचन क्षेत्र मऊ जा रहे थे।
दोपहर 12 :30 बजे ऊसरी चट्टी पर उनके काफिले पर पहले से तैयार हमलावरों ने स्वचलित हथियारों से फायरिंग की जिसमें मुख्तार अंसारी के सरकारी गनर रामचंदर उर्फ प्रदीप की मौके पर और दूसरे रुस्तम उर्फ बाबू की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हमलावरों में से एक मारा गया था। मुख़्तार अंसारी के साथ चलने वाले हमराहियों को भी चोट आई थीं। इस मामले में मुख्तार अंसारी ने बृजेश सिंह व त्रिभुवन सिंह को नामजद करते अन्य 15 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था।
आरोपी बृजेश के आने पर ढ़ाई घंटे चली थी जिरह
ऊसरी चट्टी हत्याकांड मामले में 6 सितंबर को करीब ढाई घंटे जिरह हुई थी। उस दौरान गवाह रमेश राम की जिरह वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम में हुई। उस दौरान आरोपी बृजेश सिंह कोर्ट में मौजूद रहा और दूसरा आरोपी त्रिभुवन सिंह वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कार्यवाही में शामिल हुआ।
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