Gorakhpur News: नरसिंह भगवान मंदिर से पीतल की सात मूर्तियां चोरी, पुजारी ने दी तहरीर

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प्रतीकात्मक तस्वीर।

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– फोटो : Pixabay

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गोरखपुर जिले के बड़हलगंज इलाके के कुटिया मोहल्ले में स्थित नरसिंह भगवान मंदिर से बुधवार रात पीतल की सात मूर्तियां चोरी हो गईं। बृहस्पतिवार सुबह मंदिर में पूजा-पाठ करने गए पुजारी को मूर्तियां गायब मिलीं। चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुजारी की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

जानकारी के मुताबिक, प्राचीन मंदिर के गर्भगृह में पीतल की भरत जी, नरसिंह भगवान, श्रीकृष्ण जी, गणेश जी, बाराह भगवान, विष्णु जी एवं लक्ष्मी जी की मूर्तियों के साथ अष्टधातु की छह मूर्तियां प्राण प्रतिष्ठित की गईं थीं। जिसकी देखरेख गांव के ही पुजारी गिरीश मणि त्रिपाठी करते हैं।

पुजारी के अनुसार, बुधवार दोपहर अपने भाई की पत्नी को देखने अस्पताल गए थे। मंदिर पर मेरे पुत्र सुधांशु मणि व हिमांशु मणि थे। लड़कों ने बुधवार की शाम को मंदिर के अंदर मूर्तियों की पूजा अर्चना एवं भोग लगाकर ताला बंद कर चाभी अपने कमरे में रख लिया।

बृहस्पतिवार सुबह जब पुजारी पहुंचे और मंदिर का दरवाजा खोले तो देखा कि अंदर रखी पीतल की भरत जी, नरसिंह भगवान, कृष्ण जी, गणेश जी, बाराह भगवान, विष्णु जी व लक्ष्मी जी की मूर्तियां गायब थीं।

इस मंदिर से सन 2000 में भी अष्टधातु की सीता जी की मूर्ति चोरी हुई थी जो कुछ दिन बाद बरामद हुई थी। जिसे पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया था। इंस्पेक्टर जयनरायन शुक्ला का कहना है कि तहरीर मिली है, जांच की जा रही है।

विस्तार

गोरखपुर जिले के बड़हलगंज इलाके के कुटिया मोहल्ले में स्थित नरसिंह भगवान मंदिर से बुधवार रात पीतल की सात मूर्तियां चोरी हो गईं। बृहस्पतिवार सुबह मंदिर में पूजा-पाठ करने गए पुजारी को मूर्तियां गायब मिलीं। चोरी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुजारी की तहरीर पर पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

जानकारी के मुताबिक, प्राचीन मंदिर के गर्भगृह में पीतल की भरत जी, नरसिंह भगवान, श्रीकृष्ण जी, गणेश जी, बाराह भगवान, विष्णु जी एवं लक्ष्मी जी की मूर्तियों के साथ अष्टधातु की छह मूर्तियां प्राण प्रतिष्ठित की गईं थीं। जिसकी देखरेख गांव के ही पुजारी गिरीश मणि त्रिपाठी करते हैं।

पुजारी के अनुसार, बुधवार दोपहर अपने भाई की पत्नी को देखने अस्पताल गए थे। मंदिर पर मेरे पुत्र सुधांशु मणि व हिमांशु मणि थे। लड़कों ने बुधवार की शाम को मंदिर के अंदर मूर्तियों की पूजा अर्चना एवं भोग लगाकर ताला बंद कर चाभी अपने कमरे में रख लिया।

बृहस्पतिवार सुबह जब पुजारी पहुंचे और मंदिर का दरवाजा खोले तो देखा कि अंदर रखी पीतल की भरत जी, नरसिंह भगवान, कृष्ण जी, गणेश जी, बाराह भगवान, विष्णु जी व लक्ष्मी जी की मूर्तियां गायब थीं।

इस मंदिर से सन 2000 में भी अष्टधातु की सीता जी की मूर्ति चोरी हुई थी जो कुछ दिन बाद बरामद हुई थी। जिसे पुरातत्व विभाग को सौंप दिया गया था। इंस्पेक्टर जयनरायन शुक्ला का कहना है कि तहरीर मिली है, जांच की जा रही है।



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