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गोरखपुर में ठंड का सितम बढ़ता जा रहा है। शीतलहर ने लोगों को बेहाल कर रखा है। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री तक लुढ़क गया था। वहीं शुक्रवार सुबह की ठंड ने लोगों के हाड़ कंपा दिए। हालांकि 10 बजे के बाद निकले सूरज ने लोगों को बड़ी राहत दी है। बता दें कि बुधवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही। स्थिति यह रही कि गोरखपुर में बृहस्पतिवार का न्यूनतम तापमान दिल्ली, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, मसूरी से भी कम रहा।
बृहस्पतिवार सुबह से ही आकाश घने कोहरे के आगोश में रहा। दिन चढ़ने के साथ कोहरा थोड़ा छंटा और सूरज निकल आया। इसके बाद भी गर्मी का थोड़ा भी एहसास नहीं हुआ। पूरे दिन गलन बनी रही। सड़क के किनारे जगह-जगह अलाव जलाकर लोगों ने ठंड से राहत पाने की कोशिश की, वहीं घरों और दफ्तरों में भी लोग ठंड से ठिठुरते रहे।
देर रात छाया घना कोहरा
बृहस्पतिवार शाम से ही कोहरा छाना शुरू हो गया। स्थिति यह हो गई है पास की चीजें भी नजर नहीं आ रही थीं। इंटिलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लगातार गाड़ियां धीमी चलाने का एनाउंस किया जाता रहा।
लखनऊ- 6.8
वाराणसी- 7.6
कानपुर- 8.4
प्रयागराज- 8.8
दिल्ली- 7.0
कोलकाता- 12.4
मसूरी- 4.4
शिमला- 2.0
गोरखधाम छह और वैशाली पांच घंटे देर से आई
घने कोहरे के चलते ट्रेनों के देर से आने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को गोरखधाम छह घंटे की देरी से अपराह्न 3:30 बजे पहुंची, वहीं वैशाली पांच घंटे की देरी से आई। इसके अलावा सप्तक्रांति एक्सप्रेस 4 घंटे की देरी से आई। बाघ एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटे, अवध एक्सप्रेस तीन घंटे की देरी से रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेनों की इस कदर लेटलतीफी से यात्रियों की दुश्वारियां बढ़ती जा रही हैं। खानेे से लेकर दूसरी ट्रेन पकड़ने तक में उन्हें दिक्कत हो रही है। कड़ाके की ठंड में ट्रेन के इंतजार में यात्री और उनके घरवाले परेशान हो रहे हैं।
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