[ad_1]

Haldwani Violence
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
दिल्ली, देहरादून सहित अन्य शहरों से पहाड़ के लिए आ रहे लोग दिनभर वाहनों की तलाश में पैदल भटकते रहे। दोपहर बाद वाहन नहीं मिलने से लोग परेशान भी रहे। कुछ लोगों को मनमाने किराये पर ले जाने के लिए डग्गामार वाहन चालक तैयार हुए।
शहर में बवाल के बाद कर्फ्यू लगने के बावजूद दिल्ली, देहरादून, रुद्रपुर आदि शहरों से हल्द्वानी के लिए बसें आती रहीं। मगर इन बसों को टीपीनगर तिराहे से मंडी रोड पर भेज दिया गया। मंडी गेट से आगे बसों के जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। इस कारण लोगों को यहां से पैदल ही रोडवेज बस अड्डे और टैक्सी की खोज में शहर का रुख करना पड़ा।
दिल्ली से अपने बेटे के साथ अल्मोड़ा जाने को पहुंचे नंदकिशोर ने कहा कि उन्हें घटना की जानकारी नहीं थी। अगर पता होता कि गाड़ियां नहीं चलेंगी तो आते ही नहीं। बताया कि एक किलोमीटर से अधिक दूरी से पैदल सामान लेकर आ रहे हैं, अब गाड़ी मिल जाए तो किसी तरह घर पहुंच जाएंगे।
वहीं अल्मोड़ा अपने घर जा रहे प्रमोद सिंह (21) ने बताया कि घर में जरूरी काम के लिए आज ही पहुंचना है। इसलिए एक घंटे से गाड़ी ढूंढ रहे हैं लेकिन यहां कोई साधन नहीं है। नैनीताल जाने के लिए बस को खोज रही तान्या और श्रुति ने बताया कि कोई साधन ही नहीं मिल रहा है।
[ad_2]
Source link