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रेलवे रोड पर तीज को लेकर चूड़ियां पसंद करती महिलाएं
– फोटो : संवाद
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हरियाली तीज (मधुश्रवातीज) 19 अगस्त को मनाया जाएगा। श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि श्रावण माह में शुक्ल पक्ष की तृतीया को मनाया जाता है।
मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या की थी। प्रसन्न होकर शिव ने इसी दिन पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इस दिन महिलाओं के व्रत रखने से सुहाग की उम्र लंबी होती है। एक दिन पहले द्वितीया को श्रृंगार दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसे सिंजारा कहते हैं।
बहू बेटियों को नौ-नौ प्रकार के मिष्ठान एवं पकवान बनाकर खिलाए जाते हैं। तीज में हरी चूड़ियां, हरा वस्त्र और मेंहदी का विशेष महत्व है। शाम के समय भगवान शिव और माता पार्वती के पूजन के बाद चंद्रमा की पूजा की जाती है। सुहागिनों को श्रृंगार का सामान भेंट किया जाता है। घर के बड़े-बुजुर्ग या सास-ससुर बहू को श्रृंगार दान देते हैं।
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