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यह निर्णय सोमवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित स्थायी वित्त समिति ‘सी’ की बैठक में लिया गया मनोहर लाल खटटर जिनके पास वित्त मंत्री का प्रभार भी है।
बैठक में राई सोनीपत में हरियाणा खेल विश्वविद्यालय के भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों के लिए 100 करोड़ रुपये का अनुदान जारी करने को मंजूरी दी गई। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2023-2024 के अपने बजट भाषण में अंतरराष्ट्रीय सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाकर खेल से संबंधित विभिन्न विषयों जैसे खेल बुनियादी ढांचे, खेल विज्ञान, खेल प्रौद्योगिकी, खेल प्रबंधन, खेल पोषण और खेल शिक्षा में अनुसंधान और अध्ययन को बढ़ावा देने के लिए राय, सोनीपत में ‘हरियाणा के खेल विश्वविद्यालय’ की स्थापना के निर्णय के बारे में सदन को सूचित किया था और उम्मीद जताई थी कि खेल विश्वविद्यालय वर्ष 2023-24 में काम करना शुरू कर देगा। इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री ने अपना वादा पूरा करते हुए स्थायी वित्त समिति ‘सी’ में विश्वविद्यालय के लिए 100 करोड़ रुपये की मंजूरी दी। इसमें 50 करोड़ रुपये ऋण और 50 करोड़ रुपये अनुदान सहायता शामिल है।
विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस देसवाल ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि हरियाणा खेल विश्वविद्यालय 254 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जा रहा है, जिस पर वर्ष 2023-24 में 100 करोड़ रुपये, 2024-25 में 230 करोड़ रुपये, 2025-26 में 200 करोड़ रुपये और 2026-27 में 100 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे। इस उद्देश्य के लिए कुल 630 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय में खेल विज्ञान में पीएचडी, एमएससी और बीएससी के नियमित पाठ्यक्रम होंगे। इसके अलावा 50 सीटों का 42 दिवसीय फिटनेस सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने का भी प्रस्ताव है। जबकि एमएससी में 20 सीटें होंगी, बीएससी और पीएचडी में क्रमशः 50 सीटें और 5 सीटें होंगी।
हरियाणा में युवा आमतौर पर सेना, अर्ध-सैन्य बलों और पुलिस में भर्ती के लिए खुद को प्रशिक्षित करने और शारीरिक रूप से तैयार करने के लिए निजी एजेंसियों के पास जाते हैं, जहां उन्हें अधिक पैसे खर्च करने पड़ते हैं, जबकि विश्वविद्यालय अपेक्षाकृत कम शुल्क के साथ ऐसे पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा। वर्तमान में खेल विश्वविद्यालय देश में पटियाला, इम्फाल, चेन्नई और वडोदरा में काम कर रहे हैं।
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