Hathras News: फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एक डॉक्टर, वह भी छुट्टी पर

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानिकपुर
– फोटो : अमर उजाला

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सहपऊ के गांव मानिकपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर केवल एक ही चिकित्सक तैनात हैं। वह भी वर्तमान में अवकाश पर चल रहे हैं। अब केवल एक ही फार्मसिस्ट के भरोसे पीएचसी चल रहा है। वैसे सर्दी के कारण इस पीएचसी पर काफी कम संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। जब उनको पता चला कि चिकित्सक अवकाश पर हैं, तो उनकी संख्या और भी कम हो गई।

 

पीएचसी पर प्राथमिक उपचार के लिए मरीज को भर्ती करने की व्यवस्था है, लेकिन आज तक कोई भी मरीज इस पीएचसी में भर्ती नहीं हुआ है। मरीजों का कहना है कि अधिकांश दिनों में उनको फार्मसिस्ट अथवा कोई चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी ही दवा देकर वापस भेज देता है। पीएचसी परिसर में ही प्रभारी का सरकारी आवास बना है, लेकिन यहां के लोगों का कहना है कि जब से यह पीएचसी का निर्माण हुआ है, तब से लेकर अब तक किसी भी चिकित्सक ने इस आवास को अपना निवास नहीं बनाया। 

मरीज बाहर से ही आकर पीएचसी पर दवा देकर चले जाते हैं। दवा के नाम उनको वही सफेद, पीली गोलियां दी जाती रही हैं। प्रयोगशाला तो है, लेकिन 31 दिसंबर को प्रयोगशाला के तकनीकी सहायक सेवानिवृत्त हो गए। इससे पहले उन्हें सीएचसी सहपऊ से संबद्ध कर दिया गया था। सरकारी चिकित्सक के आवास में एक जीएनएम रहने लगी हैं। महिलाओं के लिए प्रसवा कक्ष तो बना हुआ है, लेकिन शायद ही किसी गर्भवती महिला का यहां पर प्रसव कराया गया हो। गंभीर मरीज तो यहां तक पहुंचते ही नहीं हैं।

इस अस्पताल में एक जैसी ही दवाएं सभी को दी जाती हैं। इस कारण हम लोग निजी अस्पताल की ओर ही रुख करते हैं। वहां हें महंगा इलाज कराने के लिए मजबूर होना पड़ता है।– शिशुपाल सिंह राना,  मकनपुर

यहां दवा तो मिलती है। सर्दियों में यहां स्टाफ काफी देर से आता है। हम लोगों को काफी इंतजार करना पड़ता है। आजकल चिकित्सक अवकाश पर हैं। वैसे भी उनकी ड्यूटी बाहर ही लगती रहती है।– महेश शर्मा माही, मानिकपुर 

सर्दियों में किसी को लेकर अस्पताल दवा लेने आया था। बुजुर्ग लोगों को इस मौसम में सर्दी, जुकाम और बुखार रहता है। यहां आकर पता लगा कि चिकित्सक छुट्टी पर हैं। फार्मसिस्ट ने दवा दे दी है। -चौधरी बिजेंद्र सिंह राना, मकनपुर 

पीएचसी पर केवल साधारण ही दवा मिलती है। गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर ही जाना पड़ता है। चिकित्सक भी कभी-कभार पीएचसी पर आते हैं। उनकी ड्यूटी बाहर ही रहती है। – पंकज सिंह बघेल, खेरिया 

आजकल मैं अवकाश पर हूं। वैसे पीएचसी पर जो सुविधा सरकार एवं विभाग द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है, वह सभी आने वाले मरीजों को उनके रोग के अनुसार दी जाती है। मेरे पीएचसी पर न रहने की जो शिकायतें हैं, वह सभी निराधार हैं। मुझे विभाग द्वारा जो ड्यूटी दी जाती है, उसे पूरी करता हूं। – डॉ. यशवीर सिंह प्रभारी पीएचसी मानिकपुर



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