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भाजपा
– फोटो : सोशल मीडिया
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कांग्रेस के बागी और तीन निर्दलीय विधायकों की पार्टी में एंट्री का रास्ता तैयार करने वाली भाजपा को अब कई मोर्चों को एक साथ संभालना होगा। प्रदेश के नए सियासी हलकों में उपचुनाव के बदलते समीकरणों के बीच पार्टी में विरोध की सियासी खिचड़ी को पकने से रोकने की बड़ी चुनौती होगी। टिकट देने पर एक साथ कई मोर्चे खुलेंगे। बागियों के चेहरे पर जनता में नया विश्वास जगाना होगा तो नाराज अपनों को साधना और ऐन चुनावी बेला पर भितरघात को थामना मुश्किल जरूर होगा। सूत्रों के अनुसार भाजपा हाईकमान ने भविष्य की सियासत से जुड़े सभी किंतु-परंतु का समाधान निकालते हुए बागियों और निर्दलीयों का भगवाकरण करने का रास्ता भले ही तैयार कर लिया है। लेकिन, सभी को टिकट, इस अहम सवाल पर पूरी तरह से पत्ते नहीं खोले जा रहे हैं।
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