Himachal: 31 मई तक वनों में सूखे और गिरे पेड़ों को चिन्हित करेगा विभाग, संसदीय सचिव ने दिए निर्देश

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forest department will mark dry and fallen trees in the forests by May 31,

मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर।
– फोटो : संवाद

विस्तार

मुख्य संसदीय सचिव (वन) सुंदर सिंह ठाकुर ने शुक्रवार को वन विभाग के मुख्यालय टालैंड शिमला में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में वनों में साल्वेज लॉट मार्किंग पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में सुंदर सिंह ने कहा कि वन संपदा के समुचित दोहन के लिए वनों में सूखे पेड़ों को चिन्हित कर इनके समयबद्ध कटान का निर्णय लिया गया है।

वनों में अनेक सूखे और गिरे पेड़ पड़े रहते हैं, जिन्हें समय पर चिन्हित न करने के कारण वन संपदा का नुकसान और सरकार को वित्तीय हानि होती है। इसके दृष्टिगत सरकार ने मार्किंग प्रक्रिया में बदलाव लाने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जंगलों में सूखे और गिरे पेड़ों की सूची तैयार की जाए।

वन रक्षक से लेकर वन मंडल स्तर के सभी अधिकारी प्रतिदिन सूची तैयार कर मार्किंग की प्रक्रिया को पूरा करेंगे। बैठक में इस कार्य को नीतिगत स्वरूप प्रदान करने के लिए प्रधान मुख्य अरण्यपाल को मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने के आदेश भी दिए गए। आरंभिक तौर पर विभाग के अधिकारी आगामी 31 मई तक सूखे और गिरे पेड़ों की सूची तैयार कर इसे 15 जून, 2023 तक सरकार को सौंपेंगे।

इस प्रकार की साल्वेज मार्किंग से वन विभाग लगभग 50 पेड़ों की मार्किंग कर निविदा के माध्यम से विक्रय कर सकता है। इससे वन संपदा को होने वाली हानि से बचने के साथ-साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय युवाओं की कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए कौशल विकास निगम द्वारा प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल राजीव कुमार और वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।

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