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मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू।
– फोटो : अमर उजाला
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राज्य सरकार ने मौसम पूर्वानुमान और किसानों को खेतीबाड़ी के दृष्टिगत दिए जाने वाले परामर्श को और अधिक सटीक बनाने के लिए मेघदूत ऐप्लीकेशन को उन्नत करने का निर्णय लिया है। यह महत्वपूर्ण निर्णय तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन के कारण लिया गया है, क्योंकि यह कृषि और बागवानी क्षेत्रों के लिए खतरा बन कर उभर रहा है। यह बात मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कही। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण हिमाचल में भारी क्षति और जान-माल का नुकसान हुआ है।
साथ ही कृषि और बागवानी क्षेत्रों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ा है। बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण प्रदेश भर में जगह-जगह पर खेत और बगीचे बहे और करोड़ों की फसलें बर्बाद हुईं। उन्होंने कहा कि मेघदूत ऐप्लिकेशन मौसम की जानकारी और पांच दिनों का पूर्वानुमान बताता है। इसमें ब्लॉक स्तर तक बारिश, तापमान, आर्द्रता, हवा की गति और दिशा संबंधी डाटा शामिल है। ये कारक कृषि कार्यों जैसे कि बुआई और कटाई से जुड़ी जरूरी जानकारी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग को प्रदेश में अधिक से अधिक किसानों और बागवानों को ऐप से जोड़ने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि ऐप की ओर से दी जा रही सेवाओं में सुधार लाने के लिए रूपरेखा भी तैयार की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कृषकों और बागवानों के लिए जलवायु संबंधी अनिश्चितताओं को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे उनकी आजीविका में आशातीत सुधार सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि राज्य की लगभग 90 प्रतिशत आबादी कृषि संबंधी गतिविधियों से जुड़ी है और मेघदूत ऐप को उन्नत कर इसके इस्तेमाल को सुलभ बनाना किसानों के लिए वरदान साबित होगा।
प्रतिकूल मौसम को लेकर सचेत करेगी ऐप
सुक्खू ने कहा कि मेघदूत ऐप में किए जाने वाले प्रमुख सुधारों में किसानों को प्रतिकूल मौसम के प्रति सचेत करने और ऐसी स्थिति से निपटने के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली को मजबूत करना शामिल है। इसके अतिरिक्त, एप्लिकेशन फसलों की बुआई और कटाई आदि प्रक्रियाओं से संबंधित सटीक विशेषज्ञ जानकारी प्रदान करेगी। इसके इस्तेमाल से किसान चुनौतियों के प्रति उचित कदम उठाने में सशक्त होंगे।
किसानों को मेघदूत ऐप्लिकेशन के साथ एकीकृत कर रही सरकार
सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से लाभ प्राप्त कर रहे किसानों को मेघदूत ऐप्लिकेशन के साथ एकीकृत कर रही है। हाल ही की आपदाओं ने राज्य सरकार को कृषि क्षेत्र में चल रही मौजूदा नीतियों के पुनर्मूल्यांकन एवं पुनर्गठन के प्रति प्रेरित किया है। इसके अलावा प्रदेश सरकार भविष्य की चुनौतियों से बेहतर ढंग से निपटने के लिए निर्माण गतिविधि नियमों में संभावित संशोधन पर भी गंभीरता से विचार कर रही है।
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