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कालका-शिमला फोरलेन पर फंसे लोग।
– फोटो : संवाद
विस्तार
कालका-शिमला नेशनल हाईवे सोमवार देररात करीब 11:30 बजे दत्यार के समीप तंबूमोड़ में सड़क का एक हिस्सा धंसने और दूसरी लेन में मलबा आने से वाहनों की आवाजाही 16 घंटे पूरी तरह से ठप रहा। इससे करीब हजारों वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और पांच से छह हजार लोग फंसे रहे। ज्यादा परेशानी ट्रक और बस चालकों को आई। उन्हें उसी में ही रात गुजारनी पड़ी। वहीं कई छोटे वाहन चालक भी रात को परवाणू समेत कई अन्य जगहों पर फंसे रहे। हालांकि, चंडीगढ़ समेत अन्य जगह के वाहन चालकों को पुलिस परवाणू से वापस भेजती रही। वहीं, मंगलवार को दूध, ब्रेड, सब्जी और अखबार की गाड़ियां भी परवाणू से वापस भेज दी गई, जिससे सोलन, शिमला समेत कई अन्य जगहों पर रोजमर्रा की वस्तुएं नहीं पहुंचीं।
हालांकि, सूचना मिलते ही पहाड़ी मलबा हटाने के लिए कार्य शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद मंगलवार दोपहर बाद करीब 3:30 बजे हाईवे पर छोटे वाहनों की आवाजाही सुचारू की गई। जबकि 4:30 बजे तक कुछ बड़ी बसें भी यहां से निकाली गईं। इस दौरान पांच-पांच कर वाहनों को निकाला गया। वहीं, मगलवार दोपहर को उपायुक्त मनमोहन शर्मा और पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने भी मौके का दौरा किया। उधर, इस बारे में एसपी सोलन गौरव सिंह ने कहा कि मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे एनएच की एक लेन पर वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी गई।
सोमवार सुबह से ही शुरू हो गई थी परेशानी
सोमवार दोपहर से ही हाईवे में दिक्कतें शुरू हो गई थीं। सोमवार सुबह 11:30 बजे हाईवे बंद हो गया था। जिसके बाद टीम ने सुचारू कर वाहनों को निकाला था। उसके बाद रात 7:00 बजे भी वाहन रोक दिए गए थे। लेकिन 10:00 बजे कुछ वाहनों को फिर से निकाला गया। 11:30 के बाद वाहन पूरी तरह से रोक दिए गए।
यहां रोके वाहन
एनएच बंद होते ही पुलिस टीम ने परवाणू के टीटीआर चौक से वाहनों को हिमाचल की ओर नहीं आने दिया। जबकि धर्मपुर पुलिस थाने के पास से वाहनों को चंडीगढ़ की ओर जाने से रोक दिया। इससे परवाणू और धर्मपुर में जाम की स्थिति बन गई और करीब पांच से छह किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। दूसरी ओर सड़क पर पहाड़ी वाली लेन में अधिकतर जगहों में मलबा आ गया है। इससे पहाड़ तरफ लाइन को बंद है। अधिकतर जगहों में पेड़, पत्थर, मलबा सड़क पर पहुंच गया है।
दो शव वाहन और एंबुलेंस भी फंसी
हाईवे के बंद होने के बाद दो शव वाहन और एंबुलेंस भी जाम में फंसी रही। यही नहीं दो कैंसर मरीजों को भी दिक्कत आई। यह चंडीगढ़ अस्पताल नहीं पहुंच पाए। मरीजों को लौटना पड़ा।
फंसी रहीं बसें
एनएच बंद होने से पथ परिवहन निगम की बसें फंसी रहीं। इससे लोगों को काफी दिक्कतें आईं। हालांकि कुछ बसों की सवारियों को इधर-उधर भी शिफ्ट किया गया ताकि लोगों को गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
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