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नमामि गंगे का लोगों से आह्वान, प्राकृतिक रंगों से खेलें होली
– फोटो : अमर उजाला
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होली का पर्व नजदीक आने के साथ ही बाजार अबीर गुलाल व पिचकारी आदि से सज गए हैं। इन सबके बीच चिंता की बात यह भी है कि बाजार में होली के नाम पर नकली गुलाल यानी केमिकल मिले रंग भी बिकते हैं और इनका प्रयोग शरीर के लिए तो नुकसानदायक होता ही है ये केमिकल युक्त रंग नदियों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। सभी को जागरूक करने के उद्देश्य से होली के पावन पर्व पर नमामि गंगे के सदस्यों ने केदार घाट पर प्राकृतिक रंग और गुलाल से गंगा और बाबा गौरी केदारेश्वर संग होली खेल गंगा निर्मलीकरण का आह्वान और संकल्प लिया।
प्राकृतिक रंगों से होली खेलने और सिंथेटिक रंगों से बचने की सभी से अपील की। मां गंगा की आरती के बीच हर्बल रंग, गुलाल और गुलाब के फूल गंगा को अर्पण कर केदार घाट पर उपस्थित समस्त नागरिकों को होली के रंग में सराबोर कर दिया गया। माथे पर गुलाल लगा गले मिले लोग मां गंगा के संरक्षण के प्रति संकल्पित हुए।
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