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                        युवा पंण्डित परिषद की बैठक में शामिल विद्वान
                                    – फोटो : स्वयं 
                    
विस्तार
                                
रंगों के त्योहार होली में अब कुछ ही दिन बचे हैं। होलिका दहन का शुभ मुहूर्त तय करने के लिए 19 मार्च को युवा पंडित परिषद की बैठक हुई, जिसमें सभी धार्मिक विद्वान व ज्योतिषाचार्यों ने सर्वसम्मति से 24 मार्च को रात 11.20 बजे होलिका दहन करने का निर्णय लिया।
बीते कुछ वर्षों से शहर में होलिका दहन के दिन और समय को लेकर भ्रम की स्थिति चली आ रही है। आखिर किस दिन और किस मुहूर्त में होलिका दहन करना शुभ रहेगा, लेकिन अब यह स्थिति पूरी तरह से साफ हो गई है। 19 मार्च को हनुमान गली खाई स्थित आचार्य सीपू जी महाराज के आवास पर युवा पंडित परिषद की बैठक हुई, जिसमें शहर के कई विद्वान, धर्माचार्य व ज्योतिषाचार्यों ने भाग लिया और होलिका दिन किए जाने वाले दिन और मुहूर्त पर सभी ने चर्चा की, जिसमें सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि होलिका दहन 24 मार्च दिन रविवार को रात 11.20 बजे करना शुभ रहेगा। इस पर सभी ने विद्वानों ने अपनी सहमति जाहिर कर दी।
बैठक में आचार्य ऋषिगोपाल दीक्षित, सत्येश कुमार मिश्र, आचार्य मेघश्याम मिश्र, कैलाशचंद्र मिश्र, पुरुषोत्तम देव मिश्र, सुरेशचंद्र दीक्षित, विनोद मिश्र, सुनील गांगेय, लक्ष्मण दत्त गोस्वामी, राजेंद्र दीक्षित, डॉ. रामयश मिश्रोपाध्याय, पार्वती बल्लभ मिश्र, रामबल्लभ मिश्र, श्रीनाथ शास्त्री, गणेशचंद्र वशिष्ठ, ओमकारनाथ मिश्र, दाऊदयाल, धर्मेंद्र अग्रिहोत्री, गोपीनाथ मिश्र, पंकज शास्त्री, रामेश्वर मिश्र, सनत गोपाल दीक्षित, सीपू जी महाराज, अमित मिश्र, हेमेंद्र मिश्र, हिमांशु मिश्र, राजशेखर मिश्र, नितिन वेदपाठी, रवि शास्त्री, विशाल मिश्र, गिरधारी मिश्र, रामबाबूलाल शर्मा, मोहितदत्त शर्मा, श्याम बल्लभ, श्रीनाथ शास्त्री आदि विद्वान उपस्थित रहे।
बीते साल शहर में सुबह और शाम को हुआ था होलिका दहन
होलिका दहन के दिन और दहन के मुहूर्त को लेकर बीते कई सालों से शहर में विवाद चला आ रहा है। कुछ साल पहले तो विवाद इतना बढ़ गया था कि इसका समाधान करने के लिए शहर के धार्मिक विद्वान और आचार्य कोतवाली सदर तक पहुंच गए थे। बीते साल भी होलिका दहन के दिन और मुहूर्त को लेकर जमकर विवाद हुआ था। शहर के कई इलाकों में सुबह तो कई इलाकों में शाम को होलिका दहन हुआ था, जो शहर में काफी चर्चाओं का विषय बना रहा था।
होलिका दहन रात्रि 11:13 से 12:27 तक श्रेष्ठ : सुरेंद्रनाथ
इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को प्रात: 9:54 से प्रारंभ होकर अगले दिन यानी 25 मार्च को मध्याह्न उपरांत 12:29 तक रहेगी। 24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त रात्रि 11:13 से 12:27 तक श्रेष्ठ रहेगा। ऐसे में होलिका दहन के लिए एक घंटा 14 मिनट का समय मिलेगा। ध्यान रहे होलिका दहन की पूजा करने के लिए स्नान परम आवश्यक है। स्नान के बाद होलिका दहन स्थल पर जब पूजा करने जाएं, तब या तो पूरब की दिशा में मुंह करें अथवा उत्तर की दिशा में मुंह करके पूजा करें। पूजा करने के लिए रोली-चावल के अलावा कच्चा सूत, गुलाल, बताशे, गुड़, साबुत हल्दी, सख्त अनाज, मिठाइयां एवं फल चढ़ाकर अपने संपूर्ण परिवार के लिए सुख शांति एवं निरोग रहने की कृपा प्राप्त करें।-आचार्य सुरेंद्रनाथ चतुर्वेदी, धर्माचार्य।
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