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छात्रा से हुआ था सामूहिक दुष्कर्म
– फोटो : अमर उजाला
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आईआईटी बीएचयू कैंपस में सुरक्षा के लिहाज से स्थायी बैरियर बनाने का विरोध शुरू हो गया। बीएचयू के छात्रों ने बैरियर हटाने और आईआईटी के छात्रों के बाहर जाने के लिए एकल रास्ता बनाने का जो 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया था, वह पूरा हो गया। इससे नाराज बीएचयू के छात्र आंदोलन करेंगे। आंदोलन दिवाली बाद होगा।
आईआईटी परिसर में दस दिन पहले छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इसके बाद राजपूताना हॉस्टल, कर्मनवीर बाबा मंदिर, लिंबडी हॉस्टल सहित अन्य जगहों पर स्थायी बैरियर बनवा दिया गया। इस पर बीएचयू के छात्रों ने नाराजगी जताई और चीफ प्रॉक्टर प्रो. शिवप्रकाश सिंह को ज्ञापन सौंपा। कहा कि बैरियर लगाकर बीएचयू के शिक्षक, कर्मचारियों और छात्रों की राह रोकी जा रही है।
ऐसा हुआ तो आईआईटी छात्रों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाएगा। बस एक ही निकासी द्वार सीर गेट रहने दिया जाएगा। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा को भी ज्ञापन दिया गया था। शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि दोनों संस्थानों ने परिसर के विभाजन से दूर रहने का संकल्प जताया था, फिर भी अस्थायी बैरियर बनाए जा रहे हैं। इससे दिक्कत होगी।
छात्रों ने सुरक्षा की जो मांग की थी, उसे नियमानुसार पूरा कराया जा रहा है। बैरियर हटवाने, आईआईटी छात्रों के एक गेट से निकासी से संबंधित मांग की जानकारी कुलपति को दी जा चुकी है। -प्रो. शिवप्रकाश सिंह, चीफ प्रॉक्टर, बीएचयू
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