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आईआईटी मंडी में क्लाइमेट क्लॉक असेंबली और डिस्प्ले इवेंट
– फोटो : संवाद
विस्तार
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी (आईआईटी मंडी) में क्लाइमेट क्लॉक असेंबली और डिस्प्ले इवेंट सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों सहित 55 विभिन्न संस्थानों के कुल 370 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों को 30 समूहों में विभाजित किया गया था। प्रत्येक समूह को विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक घटकों के साथ एक हार्डवेयर डिस्प्ले किट दी गई। प्रतिभागियों को क्लाइमेट क्लॉक बनाने के लिए किट को समवेत करने की आवश्यकता थी, जो यह बताती है कि पृथ्वी के औसत तापमान में 1.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने से पहले हमारे पास कितना समय बचा है।
पृथ्वी पर जलवायु सामान्य स्थिति बहाल करने में सक्षम नहीं होगा। जलवायु घड़ी एक मूर्त प्रतीक है जो जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने की तात्कालिकता को दर्शाता है। प्रतिभागियों को अपने स्कूल समुदाय के भीतर जलवायु परिवर्तन के बारे में जागरूकता बढ़ाने के प्रभावी तरीकों के बारे में बहुमूल्य जानकारी भी प्राप्त हुई। भाग लेने वाले संस्थानों में से प्रत्येक को एक असेंबल की गई जलवायु घड़ी दी गई और सभी प्रतिभागियों को भागीदारी का प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के वक्ता सचिन कुमार थे, जो एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के सदस्य हैं। इस फाउंडेशन की स्थापना आईआईटी बॉम्बे के प्रोफेसर चेतन सोलंकी ने की है। यह कार्यक्रम आईआईटी मंडी के यांत्रिक क्लब (क्लब एफए: डॉ. दीपक सचान) और रोबोट्रोनिक्स क्लब (क्लब एफए: डॉ. जगदीश कादियाम) की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इसमें क्लब समन्वयकों और दोनों क्लबों की कोर टीम द्वारा सहायता प्रदान की गई थी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईआईटी मंडी के डीन स्टूडेंट्स डॉ. हितेश श्रीमाली थे।
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