India Canada Row: कनाडा पर जमकर बरसे विदेश मंत्री जयशंकर, दोनों देशों के बीच बिगड़ते रिश्ते की बताई यह वजह

[ad_1]

India Canada Row:भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि एक दिन पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ उनकी बैठक के दौरान खालिस्तानी अलगाववादी की मौत के संबंध में कनाडा के आरोपों पर चर्चा की गई थी. उन्होंने कहा कि बैठक के बाद दोनों प्रतिनिधिमंडलों ने बेहतर जानकारी साझा की. जयशंकर से थिंक-टैंक हडसन इंस्टीट्यूट में पूछा गया था कि क्या विदेश विभाग के फॉगी बॉटम मुख्यालय में ब्लिंकन के साथ उनकी बैठक के दौरान कनाडाई आरोपों का मुद्दा उठा था. इसके जवाब में उन्होंने कहा, हां, मैंने ऐसा किया था.

अमेरिका को समझाया भारत की चिंताएं
जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी पक्ष ने इस पूरी स्थिति पर अपना आकलन साझा किया और उन्होंने अमेरिकियों को भारत की चिंताओं का सारांश समझाया. उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि उम्मीद है कि हम दोनों बेहतर जानकारी लेकर आएंगे. ब्रिटिश कोलंबिया में 18 जून को खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की संभावित संलिप्तता संबंधी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत और कनाडा के बीच तनाव बढ़ गया था. भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित किया था.

पहले निजी फिर सार्वजनिक रुप से ट्रूडो ने लगाया भारत पर आरोप
भारत ने इन आरोपों को बेतुका और प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था और ओटावा में इस मामले पर एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था. जयशंकर ने कहा कि कनाडाई प्रधानमंत्री ने पहले निजी तौर पर और फिर सार्वजनिक रूप से कुछ आरोप लगाए थे. जयशंकर ने कहा, निजी और सार्वजनिक रूप से उनके प्रति हमारी प्रतिक्रिया यह थी कि उनका आरोप हमारी नीति के अनुरूप नहीं था. यदि उनके, उनकी सरकार के पास कुछ प्रासंगिक विशिष्ट बातें हैं, हम उस पर गौर करेंगे.

भारत के खिलाफ इस्तेमाल हो रही है कनाडा की जमीन
जयशंकर ने कहा कि भारत के लिए, कनाडा एक ऐसा देश बन गया है जहां भारत से संगठित अपराध, लोगों की तस्करी के साथ मिश्रित हो गया है, अलगाववाद और हिंसा के साथ मिश्रित हो गया है. उन्होंने स्वीकार किया कि कनाडाई प्रधानमंत्री की टिप्पणी से पहले इस मुद्दे पर भारत और कनाडा के बीच काफी (विमर्श) हो चुका है. मंत्री ने आरोप लगाया कि कनाडा में सुरक्षा की स्थिति अच्छी नहीं है. उन्होंने कहा कि भारतीय राजनयिकों को खुली धमकियां दी गई हैं और वे सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं.

जयशंकर ने कहा, मुझे नहीं लगता कि ज्यादातर अमेरिकी, शायद कनाडा, बहुत अलग दिखते हैं. हमारे लिए, यह निश्चित रूप से एक ऐसा देश रहा है जहां भारत से संगठित अपराध, लोगों की तस्करी के साथ-साथ हिंसा, आतंकवाद का मिश्रण होता है. उन्होंने कहा, इस कारण कनाडा में वीजा संचालन को भी अस्थायी रूप से निलंबित करने के लिए मजबूर होना पड़ा. इसलिए, जैसा कि मैंने कहा, आप जानते हैं, अक्सर देश बहुत अलग दिखते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उन्हें कैसे देखते हैं, लेकिन कनाडा को लेकर समस्या है.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *