[ad_1]

काली नदी पर बने झूलापुल हुए शुरू
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
पिथौरागढ़ डीएम रीना जोशी और नेपाल दार्चूला के सीडीओ दीर्घराज उपाध्याय ने काली नदी पर बने दो अंतरराष्ट्रीय झूलापुलों का बृहस्पतिवार को शुभारंभ किया। इन पुलों से दोनों देशों की 10 हजार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा। दोनों देशों के बीच व्यापारिक गतिविधियां भी बढ़ेंगी और रोटी-बेटी के रिश्ते मजबूत होंगे।
गस्कू में 140 मीटर लंबे और मलघट्या में 135 मीटर लंबे अंतरराष्ट्रीय झूलापुल बने हैं। दोनों पुलों की भार क्षमता 42 टन है। पुलों के शुभारंभ अवसर पर नेपाल के दुमलिंग के जनप्रतिनिधियों ने डीएम और दार्चुला नेपाल के सीडीओ को गर्बाधार और दुमलिंग के बीच काली नदी पर अस्थायी लकड़ी के पुल बनाने की मांग को लेकर ज्ञापन भी दिया। इस पर दोनों देशों के अधिकारियों ने प्रयास करने का आश्वासन दिया।
Uttarakhand: प्रादेशिक सेना की चार कंपनियों का कार्यकाल 2028 तक बढ़ा, 400 पूर्व सैनिक हैं कार्यरत
दार्चूला नेपाल के मेयर मंगल सिंह धामी और जयकोट के पूर्व प्रधान चंद्र सिंह बड़ाल ने कहा कि दोनों स्थानों पर पुल बनने से भारत के गांव जयकोट, पांगला, गस्कू और नेपाल के माल, रापला, दुमलिंग, सुसारपानी सहित कई अन्य गांवों की लगभग 10 हजार से अधिक की आबादी को लाभ मिलेगा। इन स्थानों पर पुल नहीं होने से दोनों देशों के लोगों को शादी ब्याह और अन्य शुभ अवसरों पर लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी।
उन्होंने कहा कि बारिश के समय काली नदी में नेपाल के लोग तार, ड्रम और ट्यूब के जरिये नदी आर-पार करते थे। पुल बनने से जोखिम कम हो जाएगा। इस मौके पर डीडीहाट के एसडीएम भगत सिंह फोनिया, 11वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट महेंद्र प्रताप, तहसीलदार एके सिंह, कोतवाल कुंवर सिंह रावत, नेपाल से एसपी एपीएफ डंबर सिंह बिष्ट, नेपाल पुलिस के डीएसपी तर्कराज पांडे आदि मौजूद थे।
[ad_2]
Source link