[ad_1]

BSF IG DK Boora
– फोटो : ANI
ख़बर सुनें
विस्तार
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) एक दिसंबर को अपना 58 वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है। बुधवार को बीएसएफ जम्मू फ्रंटियर के आईजी डीके बूरा ने जम्मू में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ड्रोन की घुसपैठ के मामले में बढ़ने के सात ही इनसे निपटने के तरीके भी बढ़े हैं। बीएसएफ के पास बहुत सारे संसाधन हैं। बीती घटनाओं से बहुत कुछ सीखा है। इसके चलते जम्मू क्षेत्र में ड्रोन गतिविधि काफी हद तक कम हो गई है। पंजाब में भी बीएसएफ लगभग हर हफ्ते ड्रोन को मार गिराती है। पहले ऐसा नहीं होता था।
उन्होने कहा, यह साबित करता है कि हम खतरे को लेकर काफी सतर्क हैं और हम इससे निपटने में सफल हो रहे हैं। मुझे लगता है कि आने वाले वर्षों में हम इससे पूरी तरह निपटने में सक्षम होंगे। बीएसएफ के जवान सीमा को सुरक्षित बनाने के लिए अच्छा काम कर रहे हैं। सीमा पर घुसपैठ की कोशिशों को लगातार नाकाम किया जा रहा है। सीमा पर सात घुसपैठ की प्रयासों को विफल किया गया है। इस दौरान सीमावर्ती इलाके से 4 एके-47 राइफल, 7 पिस्टल और करीब 50 किलोग्राम हेरोइन बरामद की गई है। जम्मू में देश की सीमा सुरक्षित है।
उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मजबूत दबदबा और निगरानी के चलते आईबी पर लगातार शांति बनी हुई है। बीएसएफ जम्मू ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगातार एंटी-टनल ड्राइव चलाए हुए है। इस साल मार्च 2022 में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक सुरंग का पता लगाया गया था। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी तस्करों के नापाक मंसूबों का पर्दाफाश किया गया था। अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अलग-अलग अभियानों में बीएसएफ ने तीन पाकिस्तानी घुसपैठियों को पकड़ा, जिन्होंने सीमा पार से नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी के इरादे से अंतरराष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन करने की कोशिश की थी।
इसके अलावा बीएसएफ के जवानों ने इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगभग 49.400 किलोग्राम नशीला पदार्थ जब्त किया।
वहीं, बीओपी ऑक्ट्रोई, सुचेतगढ़, जम्मू से भुज, गुजरात तक एक साइकिल रैली का भी आयोजन किया गया, जिसमें बीएसएफ के 19 साइकिल चालक जवानों ने भारत-पाक सीमा पर 32 दिनों में लगभग 2,112 किलोमीटर की दूरी तय की।
[ad_2]
Source link