Jammu Kisan Mela: अब संतुलित भोजन की जरूरत, मिलेगा फोर्टिफाइड फूड, जानें क्या है इसकी विशेषता

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SKUAST Jammu

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– फोटो : अमर उजाला

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जैसे-जैसे समय बदल रहा है, लोगों के रहन-सहन और खानपान में भी परिवर्तन हो रहा है। भाग दौड़ भरे जीवन में लोग जो खाना खा रहे हैं, उससे उन्हें पूरे पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे। नतीजतन लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन, अब बदलते समय के साथ खानपान में भी बदलाव लाया जा रहा है। यह काम स्कॉस्ट जम्मू कर रहा है। अब अगले साल से किसानों को चावल, सब्जियों, दालों, गेहूं का फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाया जाएगा।

मौजूदा समय में फोर्टिफाइड फूड विदेशी है। लोग सभी पोषक तत्व खाने में होने के कारण इन्हें ज्यादा खरीदते हैं। यह महंगे दामों में उपलब्ध हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोगों के बीमार होने की संभावना कम रहेगी। अक्सर लोग सही खानपान न होने के कारण एनीमिया और कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। हर तीसरे मनुष्य में एनीमिया की कमी है। बीमारी से लड़ने के लिए दवाइयों का सहारा लिया जा रहा है। फोर्टिफाइड फूड के बाद बीमार होने की संभावना कम रहेगी।

क्या है फोर्टिफाइड फूड
गेहूं, चावल, दालों, आदि में पोषक तत्व होते हैं। लेकिन, जब उन्हें फोर्टिफाइड किया जाता है तो उनमें पोषक तत्वों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। इससे लोगों को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं। स्कॉस्ट की तैयारी फसलों को ही फोर्टिफाइड करने की है। इनसे फोर्टिफाइड अनाज पैदा होगा।

उत्तर प्रदेश में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में फोर्टिफाइड फूड पर ट्रायल चल रहा है। अब जम्मू-कश्मीर में भी फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाने पर काम शुरू होगा। फसल तैयार होने के बाद फोर्टिफाइड फूड बाजारों में उपलब्ध हो सकेगा।

प्रदेश सरकार स्कूलों में भी देगी फोर्टिफाइड भोजन
जम्मू कश्मीर के सरकारी स्कूलों में सरकार दोपहर भोज भी फोर्टिफाइड देने जा रही है। स्कूलों में आने वाला राशन फोर्टिफाइड होगा। इससे बच्चे तंदुरुस्त रहेंगे। बीमार होने की संभावना कम होगी। मौजूदा समय में साधारण राशन ही बच्चों को मिल रहा है। पोषक तत्व पूरे करने के लिए दिन में अलग-अलग तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन करना पड़ रहा है।

फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाने पर स्कॉस्ट काम करेगा। मौजूदा समय में यह सबकी जरूरत है। विदेशी फोर्टिफाइड फूड का प्रयोग लोग कर रहे हैं, मगर अब स्थानीय स्तर पर भी फोर्टिफाइड फूड मिल सकेगा। किसान गोष्ठी में भी किसानों को जागरूक किया जा रहा है। – प्रो. जेपी शर्मा, वीसी, स्कॉस्ट जम्मू।

विस्तार

जैसे-जैसे समय बदल रहा है, लोगों के रहन-सहन और खानपान में भी परिवर्तन हो रहा है। भाग दौड़ भरे जीवन में लोग जो खाना खा रहे हैं, उससे उन्हें पूरे पोषक तत्व नहीं मिल पा रहे। नतीजतन लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन, अब बदलते समय के साथ खानपान में भी बदलाव लाया जा रहा है। यह काम स्कॉस्ट जम्मू कर रहा है। अब अगले साल से किसानों को चावल, सब्जियों, दालों, गेहूं का फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाया जाएगा।

मौजूदा समय में फोर्टिफाइड फूड विदेशी है। लोग सभी पोषक तत्व खाने में होने के कारण इन्हें ज्यादा खरीदते हैं। यह महंगे दामों में उपलब्ध हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि लोगों के बीमार होने की संभावना कम रहेगी। अक्सर लोग सही खानपान न होने के कारण एनीमिया और कुपोषण का शिकार हो रहे हैं। हर तीसरे मनुष्य में एनीमिया की कमी है। बीमारी से लड़ने के लिए दवाइयों का सहारा लिया जा रहा है। फोर्टिफाइड फूड के बाद बीमार होने की संभावना कम रहेगी।

क्या है फोर्टिफाइड फूड

गेहूं, चावल, दालों, आदि में पोषक तत्व होते हैं। लेकिन, जब उन्हें फोर्टिफाइड किया जाता है तो उनमें पोषक तत्वों की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। इससे लोगों को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं। स्कॉस्ट की तैयारी फसलों को ही फोर्टिफाइड करने की है। इनसे फोर्टिफाइड अनाज पैदा होगा।

उत्तर प्रदेश में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट

उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में फोर्टिफाइड फूड पर ट्रायल चल रहा है। अब जम्मू-कश्मीर में भी फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाने पर काम शुरू होगा। फसल तैयार होने के बाद फोर्टिफाइड फूड बाजारों में उपलब्ध हो सकेगा।

प्रदेश सरकार स्कूलों में भी देगी फोर्टिफाइड भोजन

जम्मू कश्मीर के सरकारी स्कूलों में सरकार दोपहर भोज भी फोर्टिफाइड देने जा रही है। स्कूलों में आने वाला राशन फोर्टिफाइड होगा। इससे बच्चे तंदुरुस्त रहेंगे। बीमार होने की संभावना कम होगी। मौजूदा समय में साधारण राशन ही बच्चों को मिल रहा है। पोषक तत्व पूरे करने के लिए दिन में अलग-अलग तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन करना पड़ रहा है।

फोर्टिफाइड बीज मुहैया करवाने पर स्कॉस्ट काम करेगा। मौजूदा समय में यह सबकी जरूरत है। विदेशी फोर्टिफाइड फूड का प्रयोग लोग कर रहे हैं, मगर अब स्थानीय स्तर पर भी फोर्टिफाइड फूड मिल सकेगा। किसान गोष्ठी में भी किसानों को जागरूक किया जा रहा है। – प्रो. जेपी शर्मा, वीसी, स्कॉस्ट जम्मू।



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