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जम्मू। देश साड़ा डोगरा, वेष साड़ा डोगरा, मिट्ठी सारी डोगरी जुबान….। ऐतिहासिक मुबारक मंडी के दिवान-ए-आम में शनिवार को हुए जश्न-ए-डोगरा विरासत समारोह में कलाकारों ने अपनी मधुर आवाज से यूं ही खंड मिट्ठी डोगरी की छटा बिखेरी। अतिथिगणों के साथ उपस्थित लोगों ने हर प्रस्तुति पर कलाकारों की तालियों से हौसला आफजाई की। एक के बाद एक प्रस्तुति ने घंटों तक दर्शकों को बांधे रखा।
कार्यक्रम की शुरुआत में विजय कुमार ने अपने समूह के साथ गितड़ू पर डोगरी की मिठास गोली। उन्होंने दिखाया कि किस तरह डोगरी में प्यार और अपनापन छिपा है। लेकिन डोगरी को आगे लाने की भी जरूरत है। इस डोगरी प्रस्तुति पर पूरे परिसर में तालियों की गड़गड़ाहट रही। इसके बाद माइकल जेक्सन समूह ने भी डोगरी गीत आ गोरिए, मेरी सूरो कने मिला सुरे..नृत्य पर डोगरी की शानदार प्रस्तुति दी। कलाकारों ने पूरे गीत पर सामूहिक नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी।
गायक राकेश मल्होत्रा ने एक के बाद एक शानदार प्रस्तुतियों ने तालियां बटोरीं। उन्होंने सूफी गीत जाने खुदा मेहरबान तेरे बिना कौन मेरा.. पर आवाज काजादू बिखेरा। इसके बाद मेरे रश्के कमर तूनी पहली नजर, जब नजर से मिलाई मजा आ गया.. गीत गाकर सबको मोह लिया। समारोह में अन्य कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दीं। इससे पूर्व पर्यटन निदेशालय, मुबारक मंडी सोसायटी, जम्मू कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी और जिला प्रशासन के सहयोग से माई टाउन माई प्राइड के तहत करवाए गए इस कार्यक्रम में मंडलायुक्त रमेश कुमार, पर्यटन निदेशक विवेकानंद राय सहित अन्य मौजूद रहे।
विभागों के स्टॉलों पर जुटी लोगों की भीड़
जम्मू। जश्न-ए-डोगरा विरासत कार्यक्रम में जहां लोगों को शानदार प्रस्तुतियां देखने को मिलीं, वहीं उन्हें विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों पर पारंपरिक पदार्थों को देखने का मौका भी मिला। कृषि विभाग के स्टॉल पर शहद, मशरूम, टिंगरी, ओजार आदि प्रदर्शित किए गए थे। इसी तरह फ्लोरीकल्चर विभाग के स्टॉल पर मन को मोह लेने वाले फूलों को प्रदर्शित किया गया था। जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के स्टॉल पर हाथ से बुने कपड़े, बादाम शेक, बंगाली डिश में श्री खंड, दालें, हल्दी आदि रखा गया था।
विशाल स्क्रीन में दिखा जम्मू का पर्यटन
जम्मू। जश्न-ए-डोगरा विरासत कार्यक्रम में लगाई गई विशाल स्क्रीन पर जम्मू संभाग के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को दिखाया गया। इसमें दिखाया गया कि प्राकृतिक सौंदर्य से कई ऐतिहासिक और नए पर्यटन स्थल भरे पड़े हैं।
जम्मू। देश साड़ा डोगरा, वेष साड़ा डोगरा, मिट्ठी सारी डोगरी जुबान….। ऐतिहासिक मुबारक मंडी के दिवान-ए-आम में शनिवार को हुए जश्न-ए-डोगरा विरासत समारोह में कलाकारों ने अपनी मधुर आवाज से यूं ही खंड मिट्ठी डोगरी की छटा बिखेरी। अतिथिगणों के साथ उपस्थित लोगों ने हर प्रस्तुति पर कलाकारों की तालियों से हौसला आफजाई की। एक के बाद एक प्रस्तुति ने घंटों तक दर्शकों को बांधे रखा।
कार्यक्रम की शुरुआत में विजय कुमार ने अपने समूह के साथ गितड़ू पर डोगरी की मिठास गोली। उन्होंने दिखाया कि किस तरह डोगरी में प्यार और अपनापन छिपा है। लेकिन डोगरी को आगे लाने की भी जरूरत है। इस डोगरी प्रस्तुति पर पूरे परिसर में तालियों की गड़गड़ाहट रही। इसके बाद माइकल जेक्सन समूह ने भी डोगरी गीत आ गोरिए, मेरी सूरो कने मिला सुरे..नृत्य पर डोगरी की शानदार प्रस्तुति दी। कलाकारों ने पूरे गीत पर सामूहिक नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी।
गायक राकेश मल्होत्रा ने एक के बाद एक शानदार प्रस्तुतियों ने तालियां बटोरीं। उन्होंने सूफी गीत जाने खुदा मेहरबान तेरे बिना कौन मेरा.. पर आवाज काजादू बिखेरा। इसके बाद मेरे रश्के कमर तूनी पहली नजर, जब नजर से मिलाई मजा आ गया.. गीत गाकर सबको मोह लिया। समारोह में अन्य कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दीं। इससे पूर्व पर्यटन निदेशालय, मुबारक मंडी सोसायटी, जम्मू कश्मीर कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी और जिला प्रशासन के सहयोग से माई टाउन माई प्राइड के तहत करवाए गए इस कार्यक्रम में मंडलायुक्त रमेश कुमार, पर्यटन निदेशक विवेकानंद राय सहित अन्य मौजूद रहे।
विभागों के स्टॉलों पर जुटी लोगों की भीड़
जम्मू। जश्न-ए-डोगरा विरासत कार्यक्रम में जहां लोगों को शानदार प्रस्तुतियां देखने को मिलीं, वहीं उन्हें विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉलों पर पारंपरिक पदार्थों को देखने का मौका भी मिला। कृषि विभाग के स्टॉल पर शहद, मशरूम, टिंगरी, ओजार आदि प्रदर्शित किए गए थे। इसी तरह फ्लोरीकल्चर विभाग के स्टॉल पर मन को मोह लेने वाले फूलों को प्रदर्शित किया गया था। जम्मू-कश्मीर ग्रामीण आजीविका मिशन के स्टॉल पर हाथ से बुने कपड़े, बादाम शेक, बंगाली डिश में श्री खंड, दालें, हल्दी आदि रखा गया था।
विशाल स्क्रीन में दिखा जम्मू का पर्यटन
जम्मू। जश्न-ए-डोगरा विरासत कार्यक्रम में लगाई गई विशाल स्क्रीन पर जम्मू संभाग के ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों को दिखाया गया। इसमें दिखाया गया कि प्राकृतिक सौंदर्य से कई ऐतिहासिक और नए पर्यटन स्थल भरे पड़े हैं।
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