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कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय में विजिलेंस की टीम।
– फोटो : संवाद
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हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग की 25 दिसंबर को होने वाली पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी भर्ती की लिखित परीक्षा से दो दिन पहले पेपर लीक हो गया। जिस महिला पर पेपर लीक करने का आरोप है, वह चयन आयोग की गोपनीय शाखा में वरिष्ठ सहायक के पद पर लंबे समय से कार्यरत है। एक अभ्यर्थी की शिकायत पर विजिलेंस ने महिला और उसके बेटे समेत छह लोगों को गिरफ्तार कर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। आयोग ने परीक्षा भी रद्द कर दी है। आरोपी महिला कर्मचारी की पहचान ऊमा आजाद निवासी हमीरपुर के रूप में हुई है। अन्य गिरफ्तार आरोपियों में महिला का बेटा निखिल आजाद, दलाल संजय उर्फ संजीव, दो अभ्यर्थी और महिला कर्मी के घर पर काम करने वाला नौकर शामिल है। मामले में महिला कर्मचारी और दलाल की मिलीभगत सामने आई है।
आरोप है कि दलाल ने एक अभ्यर्थी से प्रश्नपत्र मुहैया करवाने के बदले ढाई लाख रुपये मांगे। दलाल अभ्यर्थी को महिला कर्मचारी से मिलवाने उसके घर ले गया। इससे पहले अभ्यर्थी ने विजिलेंस को इसकी शिकायत कर दी थी। आरोपी विजिलेंस के बिछाए जाल में वह फंस गए। शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे हमीरपुर विजिलेंस की टीम ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले महिला कर्मचारी घुमारवीं के एसडीएम के पास परीक्षा के लिए पेपर पहुंचाकर वापस घर आ गई थी।
घर पहुंचते ही विजिलेंस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना के समय महिला कर्मचारी और उसका बेटा हमीरपुर हाउसिंग बोर्ड स्थित अपने घर पर मौजूद थे। विजिलेंस ने महिला कर्मचारी के घर से पांव हजार रुपये नकद, जेओए आईटी का हल किया हुआ पेपर और कुछ अन्य रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। विजिलेंस की एक अन्य टीम शाम चार बजे कर्मचारी चयन आयोग के कार्यालय पहुंची। टीम ने महिला कर्मचारी के कमरे को सील कर दिया है। कार्यालय में भी इस मामले से जुड़ा कुछ रिकॉर्ड मिलने की आशंका है। उधर, डीएसपी विजिलेंस शिमला कमल किशोर ने कहा कि पैसे लेकर जेओए आईटी का पेपर लीक करने के मामले में कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर की वरिष्ठ सहायक, उसके बेटे और चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार हुए बेटे ने भी कल देनी थी परीक्षा
आरोपी कर्मचारी के बेटे ने भी यह परीक्षा देनी थी, जिसके लिए उसे एडमिट कार्ड जारी हो चुका था।
319 पदों के लिए 1,03,344 अभ्यर्थियों ने देनी थी परीक्षा
आयोग ने मई 2022 में 198 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। अक्तूबर में 121 पद और जोड़े गए। 319 पदों के लिए 476 परीक्षा केंद्रों में 1,03,344 अभ्यर्थियों ने परीक्षा देनी थी।
कई परीक्षार्थियों को पेपर बंटने की आशंका
विजिलेंस को आशंका है कि दलाल ने आगे कई परीक्षार्थियों को पेपर बांटे होंगे। दलाल से पूछताछ में इसे लेकर कई खुलासे हो सकते हैं।
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