JOA IT Paperleak: तो क्या चेयरमैन के कमरे से लीक हुआ प्रश्नपत्र, उमा आजाद के बयान में कितनी सच्चाई

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पेपर लीक करने की आरोपी कर्मचारी उमा आजाद- फाइल फोटो

पेपर लीक करने की आरोपी कर्मचारी उमा आजाद- फाइल फोटो
– फोटो : संवाद

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एसआईटी मामले की जांच में मुख्य आरोपी उमा आजाद पर गहन पूछताछ का शिकंजा लगातार कस रही है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में मुख्य आरोपी ने कुछ अहम बातों का खुलासा किया है। उमा ने बताया कि वह एक दिन आयोग के चेयरमैन के कमरे में गई थीं। उस दौरान चेयरमैन कमरे में नहीं थे। जबकि, चेयरमैन की टेबल पर पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी का प्रश्नपत्र पड़ा हुआ था, उसने मोबाइल से प्रश्नपत्र के फोटो खींच लिए।

बाद में यह प्रश्नपत्र लीक होकर दलाल तक पहुंच गया। एसआईटी के सामने दिए उमा आजाद के इस बयान में कितनी सच्चाई है, इस बारे आयोग के चेयरमैन से भी पूछताछ होगी। उधर, इस बारे में अमर उजाला ने आयोग के चेयरमैन डॉ. संजय ठाकुर का पक्ष जानने के लिए उन्हें तीन बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं की। इस बीच, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी स्तर पर आयोग का कुछ रिकॉर्ड फूंकने की बात भी सामने आ रही है।

दो दिन बाद कर्मचारियों को मिला कार्यालय में प्रवेश
हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित करने के कारण मंगलवार और बुधवार को आयोग के कर्मचारियों को एसआईटी ने कार्यालय में घुसने नहीं दिया। सभी कर्मचारियों ने दो दिन आयोग के बाहर परिसर में बैठ कर ड्यूटी का समय गुजारा। वीरवार को शीतलहर का प्रकोप बढ़ने के कारण एसआईटी ने सभी कर्मचारियों को कार्यालय में प्रवेश की अनुमति दी।

कर्मचारियों के अलावा अन्य किसी को भी कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। मीडिया कर्मियों को भी गेट पर तैनात पुलिस जवानों ने वापस भेज दिया। मीडिया को आयोग के चेयरमैन, सदस्यों, अवर सचिव और ओएसडी से मिलने और बात करने की इजाजत गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने नहीं दी।

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एसआईटी मामले की जांच में मुख्य आरोपी उमा आजाद पर गहन पूछताछ का शिकंजा लगातार कस रही है। सूत्रों के अनुसार पूछताछ में मुख्य आरोपी ने कुछ अहम बातों का खुलासा किया है। उमा ने बताया कि वह एक दिन आयोग के चेयरमैन के कमरे में गई थीं। उस दौरान चेयरमैन कमरे में नहीं थे। जबकि, चेयरमैन की टेबल पर पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी का प्रश्नपत्र पड़ा हुआ था, उसने मोबाइल से प्रश्नपत्र के फोटो खींच लिए।

बाद में यह प्रश्नपत्र लीक होकर दलाल तक पहुंच गया। एसआईटी के सामने दिए उमा आजाद के इस बयान में कितनी सच्चाई है, इस बारे आयोग के चेयरमैन से भी पूछताछ होगी। उधर, इस बारे में अमर उजाला ने आयोग के चेयरमैन डॉ. संजय ठाकुर का पक्ष जानने के लिए उन्हें तीन बार फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन कॉल रिसीव नहीं की। इस बीच, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी स्तर पर आयोग का कुछ रिकॉर्ड फूंकने की बात भी सामने आ रही है।

दो दिन बाद कर्मचारियों को मिला कार्यालय में प्रवेश

हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के कामकाज को निलंबित करने के कारण मंगलवार और बुधवार को आयोग के कर्मचारियों को एसआईटी ने कार्यालय में घुसने नहीं दिया। सभी कर्मचारियों ने दो दिन आयोग के बाहर परिसर में बैठ कर ड्यूटी का समय गुजारा। वीरवार को शीतलहर का प्रकोप बढ़ने के कारण एसआईटी ने सभी कर्मचारियों को कार्यालय में प्रवेश की अनुमति दी।

कर्मचारियों के अलावा अन्य किसी को भी कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं है। मीडिया कर्मियों को भी गेट पर तैनात पुलिस जवानों ने वापस भेज दिया। मीडिया को आयोग के चेयरमैन, सदस्यों, अवर सचिव और ओएसडी से मिलने और बात करने की इजाजत गेट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने नहीं दी।



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