[ad_1]

कोचिंग सेंटर पर एसआईटी की रेड।
– फोटो : संवाद
ख़बर सुनें
विस्तार
प्रदेश सरकार की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पैसे लेकर जेओए आईटी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले की जांच तेज कर दी है। वीरवार को इस मामले में एसआईटी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्मारक राजकीय महाविद्यालय हमीरपुर के समीप अणु चौक पर स्थित दलाल संजीव कुमार के टाइपिंग प्रशिक्षण संस्थान में दबिश दी। संस्थान के भीतर रखे कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और अन्य जरूरी फाइलों को भी टीम ने अपने कब्जे में लिया है।
आरोप है कि मुख्य आरोपी आयोग की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद द्वारा लीक किए वाले प्रश्नपत्रों को दलाल ही अभ्यर्थियों को बेचता था। लीक प्रश्नपत्र के बदले में वसूली जानी वाली धनराशि उमा तक पहुंचाता था। एसआईटी को उम्मीद है कि संस्थान से बरामद हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेजों से प्रश्नपत्र खरीदने वाले अभ्यर्थियों के बारे में जानकारी मिल सकेगी।
उधर, एसआईटी की एक अन्य टीम ने दिनभर कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर में डटी रही। टीम ने आयोग के माध्यम से हुईं विभिन्न भर्तियों का रिकॉर्ड जुटाकर कब्जे में लिया है। एसआईटी सदस्य डीएसपी विजिलेंस कमल वर्मा ने आयोग के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) एडीसी हमीरपुर जितेंद्र सांजटा से पोस्ट कोड 817 जेओए आईटी भर्ती परीक्षा से संबंधित रिकॉर्ड भी मांगा है। दरअसल आयोग की गोपनीय शाखा की वरिष्ठ सहायक उमा आजाद के छोटे बेटे निखिल आजाद और दलाल संजीव कुमार ने बीते वर्ष आयोजित पोस्ट कोड 817 जेओए आईटी भर्ती परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। हालांकि, यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
आरोपी निखिल आजाद ने इस साल 25 दिसंबर को प्रस्तावित पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी की भर्ती परीक्षा के लिए भी आवेदन किया हुआ है। जबकि मुख्य आरोपी उमा आजाद का बड़ा बेटा नितिन आजाद हिमाचल प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड की ऑक्शन रिकॉर्डर और मार्केट सुपरवाइजर की भर्ती परीक्षाओं में टॉपर रहा है। इसलिए, एसआईटी पूर्व में आयोजित भर्ती परीक्षाओं का रिकॉर्ड जांच रही है। एसआईटी प्रमुख डीआईजी विजिलेंस जी शिवा कुमार हमीरपुर से शिमला लौट गए हैं।
[ad_2]
Source link