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लोनिवि गेस्ट हाउस के पास चंडी प्रसाद बहुगुणा का मकान है। उन्होंने बताया कि 16 कमरों के उनके भवन में बड़ी-बड़ी दरारें आई हुई हैं। किराएदारों ने मकान को खाली करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि भवन अब रहने लायक नहीं रहा है। प्रशासन ने यहां पर असुरक्षित और ध्वस्तीकरण का स्टीकर चश्पा कर दिया है। बताया कि आसपास के अन्य मकानों में भी दरारें आई हुई हैं। लोगों में दहशत बनी हुई है।
टूटेंगे असुरक्षित हुए 21 भवन
भू-धंसाव से प्रभावित जोशीमठ में असुरक्षित हो चुके 21 भवनों को तोड़ा जाएगा। इसके तहत दो होटलों को पहले ही तोड़ने का काम चल रहा है जबकि दो और भवनों लोनिवि अतिथि गृह और एक निजी आवास को बृहस्पतिवार से तोड़ा जा रहा है। साथ ही प्रशासन ने तिरछे हो चुके दो अन्य होटलों को भी खाली करवा दिया है। नगर में होटल माउंट व्यू और मलारी इन को तोड़ने का काम सबसे पहले शुरू हुआ। भवनों में बढ़ती दरारों को देखते हुए कई अन्य भवन भी तोड़े जा रहे हैं। नगर में आवासीय और व्यवसायिक कुल 21 भवनों को तोड़ा जा रहा है जिसमें दो होटलों के अलावा लोनिवि का अतिथि गृह, तीन आवासीय भवन और जेपी कॉलोनी के 15 घर शामिल हैं।
तिरछे हो रहे दो होटल कराए खाली
जिलाधिकारी की ओर से आदेश जारी होने के बाद नगर में पहले सरकारी भवन (लोनिवि के वीआईपी गेस्ट हाउस) को जेसीबी से तोड़ा जा रहा है। साथ ही भगवती प्रसाद, दुर्गा प्रसाद, मदन प्रसाद और यमुना प्रसाद के भवन को भी तोड़ने का काम शुरू कर दिया गया है। लोनिवि के एई सुनील कुमार ने बताया कि गेस्ट हाउस वर्ष 1989 में बनाया गया था। इसे जेसीबी की मदद से तोड़ा जा रहा है। भवन के मलबे को नगर के बाहर डंपिंग जोन में डाला जा रहा है। वहीं प्रशासन ने तिरछे हो रहे दो अन्य होटलों कामेट और स्नोक्रेस्ट को सुरक्षा की दृष्टि से खाली करा दिया है। इन होटलों में भी दरारें बढ़ती हैं तो इनको भी तोड़ने के आदेश जारी हो सकते हैं। वहीं जेपी कॉलोनी में असुरक्षित हो चुके 15 आवासीय मकानों को कंपनी की ओर से ही तोड़ा जा रहा है।
तोड़े जाने वाले आवासीय भवनों की संख्या हुई तीन
सुनील वार्ड में दिनेश लाल पुत्र जमुनी मिस्त्री के आवासीय भवन को भी तोड़ने के आदेश जारी किए गए हैं। सीबीआरआई रुड़की की टीम ने भवन को डिस्मेंटल की श्रेणी में रखा है। भवन स्वामी की स्वीकृति के बाद जिलाधिकारी ने इसके ध्वस्तीकरण के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके साथ ही तोड़े जाने वाले आवासीय भवनों की संख्या तीन हो गई है।
जीएमवीएन के नृसिंह कांप्लेक्स में दरार
गढ़वाल मंडल विकास निगम के प्रबंधक प्रदीप मंद्रवाल ने बताया कि जीएमवीएन का पर्यटन आवास गृह के नृसिंह कांप्लेक्स में हल्की दरारें आई हैं। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दे दी गई है। जबकि ज्योति कांप्लेक्स सुरक्षित है। यहां अभी दरारें नहीं आई हैं।
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