Joshimath: मुआवजे को लेकर घरों में लौटे होटल माउंटव्यू के पीछे रहने वाले परिवार, भारी ठंड में छतों पर बैठे

[ad_1]

विस्तार

जोशीमठ में भू-धंसाव से प्रभावित होटल माउंटव्यू के पीछे रहने वाले आठ परिवार के लोग रविवार रात फिर से अपने पुराने भवन में वापस लौट आए। लोग कड़ाके की ठंड मे अपने घरों की छत पर आग जलाकर बैठ गए। 

Joshimath: बढ़ रहे भू-धंसाव ने बढ़ाई चिंता, बारिश के पानी से बचाव को बेंटोनाइट तकनीक से भरी जाएंगी दरारें

पीड़ित दिगंबर सिंह बिष्ट का कहना है हमें जानकारी मिली है कि सरकार होटल मालिकों को 3250 रुपये स्क्वायर फीट के हिसाब से मुहावजा दे रही है और हमें 2750 रुपये स्क्वायर फीट के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। उन्होंने सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाया। कहा कि प्रशासन ने हमें लिखित में भी कुछ नहीं दिया है। 

Joshimath: असुरक्षित क्षेत्र में बढ़ीं दरारें…जमींदोज हो सकता है PWD का गेस्ट हाउस, रातोंरात हटाए मजदूर

हमारे भवनों पर अभी तक रेड क्रॉस के निशान तक नहीं लगाए गए हैं। प्रशासन से हमारी यही मांग है कि हमें इसका स्थायी समाधान चाहिए। 

होटलों को डिस्मेंटल करने में लगेंगे अभी 15 दिन

माउंट व्यू और मलारी इन होटल को डिस्मेंटल करने का काम रविवार को चौथे दिन भी जारी रहा। डिस्मेंटल में लगी 80 मजदूरों की टीम ने अब होटल की दीवारों को तोड़ना शुरु कर दिया है। सीबीआरआई के चीफ डा. डीपी कानूनगो ने बताया कि भवन को डिस्मेंटर करने में अभी करीब 15 दिन और लगेंगे।

डिस्मेंटल के काम में लगी टीम के साथ ही निचले हिस्से के मकानों को भी सुरक्षित रखने की चुनौति है। हमारी पांंच लोगों की टीम के साथ लोनिवि और एसडीआरएफ के 80-80 लोगों की टीम भी हमारे साथ काम कर रही है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही सीबीआरआई की टीम मकानों में क्रैकोमीटर लगाने का काम भी कर रही है। इससे मकानों में कितनी दरार पड़ी है और किस भवन को कितना नुकसान हुआ है, उसका आंकलन भी किया जा रहा है। 



[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *