Jyotish Upay: प्रेम विवाह में आ रही बाधाएं होगी खत्म, सिर्फ करना होगा ये काम

[ad_1]

ना बैंड-बाजा ना बराती, कोर्ट मैरेज कर बन रहे जीवन साथी

सनातन धर्म में विवाह के 8 प्रकार

सनातन धर्म में विवाह के 8 प्रकार हैं. इनमें ब्रह्म विवाह, देव विवाह, आर्ष विवाह और प्राजापत्य विवाह को उत्तम माना गया है.

विवाह में देरी का कारण

ब्रह्म विवाह

वर्तमान समय में ब्रह्म विवाह को अरेंज्ड मैरिज कहा जाता है. ब्रह्म विवाह में लड़का और लड़की दोनों सहमत होकर माता-पिता की मर्जी से विवाह करते हैं.

love marriage yog in kundali

प्रेम विवाह

गंधर्व विवाह को प्रेम विवाह कह सकते हैं. आजकल गंधर्व विवाह यानी प्रेम विवाह ट्रेंड में है. इस विवाह में लड़का और लड़का एक दूसरे को पसंद करते हैं. दोनों एक दूसरे को जानते और पहचानते हैं.

विवाह में देरी का कारण

ज्योतिषीय उपाय

ज्योतिष शास्त्र में लव मैरिज में आ रही बाधा को दूर करने के लिए उपाय बताए गए हैं. इन उपायों को करने से लव मैरिज में आ रही बाधा दूर हो जाती है.

मां पार्वती की आराधना

उपाय-1: मां पार्वती की आराधना

शुक्ल पक्ष के मंगलवार से शुरू करके मां पार्वती स्वयंवर मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें. अगर संभव हो तो इस मंत्र का हर मंगलवार को 1008 बार और बाकी दिन 108 बार भी जाप कर सकते हैं.

भगवान महादेव का अभिषेक

उपाय-2: भगवान महादेव का अभिषेक

प्रेम विवाह में सफलता के लिए भगवान महादेव का हर शुक्रवार को फल के रस (जैसे अनार का जूस) से अभिषेक करें. अभिषेक के समय भगवान शिव के मंत्र का जाप करना चाहिए.

भगवान कृष्ण से जुड़े उपाय

उपाय-3: भगवान कृष्ण से जुड़े उपाय

भगवान कृष्णा और राधा रानी को बांसुरी और वैजयंती माला चढ़ाएं. ये उपाय हर महीने की दोनों एकादशी तिथि को करें. भगवान श्री कृष्णा को एक श्लोकी भागवत सुनाएं.

मंगला गौरी व्रत

उपाय-4: मंगला गौरी व्रत

प्रेम विवाह में सफलता के लिए मंगला गौरी व्रत करना भी काफी लाभदायक होता हैं. 23 मंगला गौरी व्रत करके उसका विधि विधान से उद्यापन करना चाहिए.

रामायण

उपाय-5: रामायण की चौपाई

रामायण की इस चौपाई “तब जनक पाइ बसिष्ठ आयसु ब्याह! साज संवारि कै!! मांडवी, श्रुतकी, रति, उर्मिला कुंअरि लईं हंकारि कै!!” का रोज 108 बार जाप करें. प्रेम विवाह से जुड़े समस्या से मुक्ति मिलेगी.

[ad_2]

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *