Kanjhawala case : कंझावला कांड से जुड़े इन तीन लोगों को सता रहा है अपनी जान का डर, पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

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कंझावला कांड

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– फोटो : अमर उजाला

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कंझावला कांड में रोज हो रहे नए खुलासों के बीच कई लोगों को जान का खतरा बताया जा रहा है। सबसे पहले तो अंजलि की सहेली निधि ही कह रही है कि उसे जान का खतरा है। पुलिस तैनात कर दी गई है। निधि के पड़ोसी युवक ने भी कहा है कि निधि उसे धमका रही है। उसने निधि से अपनी जान को खतरा बताया है। वहीं, अंजलि की मां को भी अपनी जान का डर है। अंजलि की मां ने दिल्ली पुलिस पर डराने-धमकाने का आरोप भी लगाया है। 

बृहस्पतिवार को अंजलि के परिवार वाले निधि के घर के बाहर आ गए। वहां तैनात पुलिसकर्मियों को उसे घर से बाहर निकालने के लिए कहा। लोगों ने निधि के खिलाफ नारेबाजी की। उस गली में रहने वाले भी अंजलि के परिवार वालों का साथ दे रहे थे। गली वालों ने उसके घर की बिजली की मेन लाइन बंद कर दी। ऐसे में निधि ने पुलिस वालों को अपनी सुरक्षा की मांग की है। उसका कहना है कि उसके घर के बाहर पुलिस वाले जरूर तैनात रहे। उसने लोगों पर हमला करने की आशंका जताई है। निधि के चश्मदीद होने के कारण पुलिस के दो से तीन जवान उसके घर के बाहर 24 घंटे तैनात हैं।

पड़ोसी युवक ने निधि से जान का खतरा बताया
अंजलि की सहेली निधि पर उसके पड़ोस में रहने वाले युवक निशांत ने धमकाने का आरोप लगाया है। निशांत वही युवक है जिसने घटना वाली रात एक जनवरी को सबसे पहले निधि को उसके घर के पास देखा था। निशांत ने निधि से जान का खतरा बताया है। निशांत ने कहा कि मैंने जो कुछ भी निधि के बारे में बताया है उसको लेकर वह मुझे फोन पर धमकी दे रही है।

निशांत ने बताया कि निधि उससे कह रही है कि वह पुलिस को उसके बारे में जानकारी क्यों दे रहा है। वह उसके साथ गाली गलौज कर रही है। निशांत ने कहा कि निधि उसे 4 जनवरी को शाम 7.03 बजे फोन किया था। उसने कहा कि उसके पास बातचीत की रिकार्डिंग है। निशांत ने सुल्तानपुरी थाने में इस बाबत शिकायत दी है। निशांत ने बताया कि पुलिस उसकी बातों पर यकीन नहीं कर रही है और कह रही है कि महिला इस तरह धमकी नहीं दे सकती है। पुलिस ने उसकी फोन की रिकॉर्डिंग भी नहीं सुनी है। 

अंजलि की मां रेखा बोलीं.. मुझे जान का कतरा.
कंझावला कांड की मृतका अंजलि की मां रेखा ने अपनी जान की खतरा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए अंजलि को बदनाम किया जा रहा है। रात में पुलिसकर्मी आते हैं और उसके भाई को आरोपी की तरह धक्का मारकर थाने ले जाते हैं। उन्हें थाने में डराया-धमकाया जाता है। 

वहीं, अंजलि के मामा का कहना है कि घटना के दिन पुलिस कहां थी, इस तरह के सवालों से बचने के लिए पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। वाई ब्लॉक मंगोलपुरी में रहने वाली अंजलि की मां रेखा ने बताया कि पुलिस उससे या उसके भाई से पूछताछ करने के लिए दिन में नहीं आती। वह हर दूसरे-तीसरे दिन रात के बारह एक बजे घर आ जाते हैं और मेरे भाई को पकड़कर धक्का मारते हैंं और गाड़ी में बिठाकर थाने ले जाते हैं। हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है कि हमने ही बेटी को मारा है। 

निधि को बताया अहम चश्मदीद
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) डॉक्टर सागरप्रीत हुड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंझावला मामले में मृतका अंजलि की सहेली वारदात की अहम चश्मदीद है। अंजलि और उसकी सहेली का आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। 

हुड्डा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ और साक्ष्य के आधार पर यह बात सामने आई है कि पांचों आरोपी अपने दोस्त आशुतोष से कार मांगकर मुरथल गए थे। वापसी में हादसे के समय कार अमित खन्ना चला रहा था। इसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। हादसे की जानकारी मिलने पर अमित के भाई अंकुश खन्ना ने एक अन्य आरोपी दीपक से बात की और घटना के समय गाड़ी चलाने की बात कबूलने के लिए राजी भी कर लिया। 

वहीं, हादसे के बाद जब पुलिस ने आशुतोष से पूछताछ की तो उसने भी बताया कि उसके घर से कार दीपक ले गया था। दोनों ने पुलिस को गुमराह कर जांच को भटकाने का काम किया है। इसलिए इनको आरोपी बनाया गया है और मामला दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। 

बिसरा से होगा शराब पीने का खुलासा 
अंजलि घटना के समय शराब के नशे में थी या नहीं, इसका खुलासा बिसरा रिपोर्ट से होगा। सहेली के शराब पीने का आरोप लगाए जाने के जवाब में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह बाहर क्या कह रही है उससे पुलिस को कोई लेना-देना नहीं है। रिपोर्ट में जो भी साक्ष्य आएंगे उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।

बयान के आधार पर जांच जारी
हुड्डा के मुताबिक, पांचों आरोपी रिमांड में हैं और उनके बयानों के आधार पर जो संकेत मिले हैं, उसको लेकर जांच की जा रही है। आरोपियों के बयान काफी विरोधाभासी हैं। बयान, सीसीटीवी और सीडीआर के आधार पर दो लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस इन आरोपियों की गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही है। 

विस्तार

कंझावला कांड में रोज हो रहे नए खुलासों के बीच कई लोगों को जान का खतरा बताया जा रहा है। सबसे पहले तो अंजलि की सहेली निधि ही कह रही है कि उसे जान का खतरा है। पुलिस तैनात कर दी गई है। निधि के पड़ोसी युवक ने भी कहा है कि निधि उसे धमका रही है। उसने निधि से अपनी जान को खतरा बताया है। वहीं, अंजलि की मां को भी अपनी जान का डर है। अंजलि की मां ने दिल्ली पुलिस पर डराने-धमकाने का आरोप भी लगाया है। 

बृहस्पतिवार को अंजलि के परिवार वाले निधि के घर के बाहर आ गए। वहां तैनात पुलिसकर्मियों को उसे घर से बाहर निकालने के लिए कहा। लोगों ने निधि के खिलाफ नारेबाजी की। उस गली में रहने वाले भी अंजलि के परिवार वालों का साथ दे रहे थे। गली वालों ने उसके घर की बिजली की मेन लाइन बंद कर दी। ऐसे में निधि ने पुलिस वालों को अपनी सुरक्षा की मांग की है। उसका कहना है कि उसके घर के बाहर पुलिस वाले जरूर तैनात रहे। उसने लोगों पर हमला करने की आशंका जताई है। निधि के चश्मदीद होने के कारण पुलिस के दो से तीन जवान उसके घर के बाहर 24 घंटे तैनात हैं।

पड़ोसी युवक ने निधि से जान का खतरा बताया

अंजलि की सहेली निधि पर उसके पड़ोस में रहने वाले युवक निशांत ने धमकाने का आरोप लगाया है। निशांत वही युवक है जिसने घटना वाली रात एक जनवरी को सबसे पहले निधि को उसके घर के पास देखा था। निशांत ने निधि से जान का खतरा बताया है। निशांत ने कहा कि मैंने जो कुछ भी निधि के बारे में बताया है उसको लेकर वह मुझे फोन पर धमकी दे रही है।

निशांत ने बताया कि निधि उससे कह रही है कि वह पुलिस को उसके बारे में जानकारी क्यों दे रहा है। वह उसके साथ गाली गलौज कर रही है। निशांत ने कहा कि निधि उसे 4 जनवरी को शाम 7.03 बजे फोन किया था। उसने कहा कि उसके पास बातचीत की रिकार्डिंग है। निशांत ने सुल्तानपुरी थाने में इस बाबत शिकायत दी है। निशांत ने बताया कि पुलिस उसकी बातों पर यकीन नहीं कर रही है और कह रही है कि महिला इस तरह धमकी नहीं दे सकती है। पुलिस ने उसकी फोन की रिकॉर्डिंग भी नहीं सुनी है। 

अंजलि की मां रेखा बोलीं.. मुझे जान का कतरा.

कंझावला कांड की मृतका अंजलि की मां रेखा ने अपनी जान की खतरा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने पुलिस पर गलत बर्ताव करने का आरोप लगाया है। परिवार का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए अंजलि को बदनाम किया जा रहा है। रात में पुलिसकर्मी आते हैं और उसके भाई को आरोपी की तरह धक्का मारकर थाने ले जाते हैं। उन्हें थाने में डराया-धमकाया जाता है। 

वहीं, अंजलि के मामा का कहना है कि घटना के दिन पुलिस कहां थी, इस तरह के सवालों से बचने के लिए पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। वाई ब्लॉक मंगोलपुरी में रहने वाली अंजलि की मां रेखा ने बताया कि पुलिस उससे या उसके भाई से पूछताछ करने के लिए दिन में नहीं आती। वह हर दूसरे-तीसरे दिन रात के बारह एक बजे घर आ जाते हैं और मेरे भाई को पकड़कर धक्का मारते हैंं और गाड़ी में बिठाकर थाने ले जाते हैं। हमारे साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है कि हमने ही बेटी को मारा है। 

निधि को बताया अहम चश्मदीद

दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त (कानून व्यवस्था) डॉक्टर सागरप्रीत हुड्डा ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंझावला मामले में मृतका अंजलि की सहेली वारदात की अहम चश्मदीद है। अंजलि और उसकी सहेली का आरोपियों से कोई संबंध नहीं है। 

हुड्डा ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ और साक्ष्य के आधार पर यह बात सामने आई है कि पांचों आरोपी अपने दोस्त आशुतोष से कार मांगकर मुरथल गए थे। वापसी में हादसे के समय कार अमित खन्ना चला रहा था। इसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। हादसे की जानकारी मिलने पर अमित के भाई अंकुश खन्ना ने एक अन्य आरोपी दीपक से बात की और घटना के समय गाड़ी चलाने की बात कबूलने के लिए राजी भी कर लिया। 

वहीं, हादसे के बाद जब पुलिस ने आशुतोष से पूछताछ की तो उसने भी बताया कि उसके घर से कार दीपक ले गया था। दोनों ने पुलिस को गुमराह कर जांच को भटकाने का काम किया है। इसलिए इनको आरोपी बनाया गया है और मामला दर्ज कर उनकी तलाश कर रही है। 

बिसरा से होगा शराब पीने का खुलासा 

अंजलि घटना के समय शराब के नशे में थी या नहीं, इसका खुलासा बिसरा रिपोर्ट से होगा। सहेली के शराब पीने का आरोप लगाए जाने के जवाब में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह बाहर क्या कह रही है उससे पुलिस को कोई लेना-देना नहीं है। रिपोर्ट में जो भी साक्ष्य आएंगे उसके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।

बयान के आधार पर जांच जारी

हुड्डा के मुताबिक, पांचों आरोपी रिमांड में हैं और उनके बयानों के आधार पर जो संकेत मिले हैं, उसको लेकर जांच की जा रही है। आरोपियों के बयान काफी विरोधाभासी हैं। बयान, सीसीटीवी और सीडीआर के आधार पर दो लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस इन आरोपियों की गिरफ्तारी करने का प्रयास कर रही है। 



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