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मौके पर लगी भीड़
– फोटो : अमर उजाला
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कानपुर के नर्वल मुख्यालय में स्थित तालाब में डूबने से एक ही गांव के चार छात्रों की मौत ने सभी को झकझोर दिया। इनमें से दो छात्र अपने घर के इकलौते चिराग थे। छात्रों की मौत के बाद गांव में चारों तरफ चीख और चीत्कार मचा रहा। मृतकों के घर में दुखी परिजनों को ढांढस बंधाने आने वालों का तांता रहा। वहीं, गमगीन माहौल के बीच शाम को लोगों के घरों के चूल्हे तक नहीं जले।
सेमरझाल ग्राम प्रधान तेजनारायण सविता का भतीजा अभय दो बहनों में इकलौता भाई था। भाई की मौत से दोनों बहनों व मां सोनी का रो-रोककर बुरा हाल रहा। दुखी परिजनों को ढांढस बंधाने आने वाले लोगों से परिजन लिपटकर रोते हुए बोले उनसे ऐसी कौन सी गलती हुई थी कि भगवान ने उनके घर का इकलौता चिराग ही बुझा दिया…। परिजनों की बातों को सुनकर ग्रामीणों की आंखें भी नम रहीं।
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