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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : istock
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हमीरपुर में एक मौरंग खदान में हिस्सेदारी का झांसा देकर दिल्ली के जालसाजों ने कानपुर के आधा दर्जन व्यापारियों को 7.11 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। दो साल तक न तो खदान का पता चला और न ही पैसा लौटाया गया। इसके बाद अब पुलिस ने पीड़ितों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है। कानपुर के पटेलनगर निवासी रामपाल सिंह की कोतवाली के सामने सपना पुलिस एंड मिलिट्री स्टोर के नाम से दुकान थी।
इसके साथ वह चमड़े के बेल्ट व जूते आदि का व्यापार करते थे। दो साल पहले कानपुर देहात के रहने वाले उनके परिचित देवराज सिंह ने रामपाल को दिल्ली के रहने वाले मेसर्स रनछोर इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मुकेश कुमार और नागपुर निवासी रघुवंश महेश पांडेय से मुलाकात कराई। दोनों ने बताया कि उन्हें पांच साल के लिए हमीरपुर में एक मौरंग खनन की खदान आवंटित हो गई है।
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