Kashmir: अब बास्केटबॉल में दम दिखाएंगीं घाटी की बेटियां, टीबीएमएस डायरेक्टर्स कप प्रतियोगिता का आयोजन

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– फोटो : अमर उजाला

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कश्मीर घाटी की बेटियां कई खेलों में अपना लोहा मनवा चुकी हैं। अब ये बेटियां बास्केटबॉल में भी अपना दम दिखाएंगी। घाटी में पहली बार टीबीएमएस डायरेक्टर्स कप प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 12 टीमें भाग ले रही हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को इस खेल में आगे लाना है।

लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं को समान अवसर के लिए हमेशा खड़े रहने वाले टिंडल बिस्को एंड मेलनस सोसाइटी (टीबीएमएस) के डायरेक्टर परवेज सैमुअल कौल के सम्मान में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।  टीबीएमएस के स्पोर्ट्स हेड महराजदीन ने बताया कि तीन दिसंबर तक होने वाली इस प्रतियोगिता में बेटियां अब खुलकर सामने आ रही हैं। हमारी कोशिश है कि इन्हें आगे बढ़ने का पूरा मौका दिया जाए। इससे पहले टीबीएमएस ने फुटबॉल प्रतियोगिता कराई थी और भविष्य में तैराकी प्रतियोगिता करवाई जाएगी। 

लड़कियों में हुनर की कमी नहीं, अवसर की जरूरत
मेलनसं गर्ल्स स्कूल की टीम की खिलाड़ी वरदा ने कहा कि कश्मीर की बेटियों में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस अवसर की तलाश रहती है। घाटी में ऐसी प्रतियोगिता पहली बार हो रही है। खासकर लड़कियों को इस खेल में आगे लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घाटी में बेटियों पर सामाजिक दबाव रहता है, ऐसे में इस तरह के आयोजन उनका मनोबल बढ़ाने में कारगर सिद्ध साबित हो रहे हैं। प्रतियोगिता में इस बार प्रतिष्ठित स्कूल भाग ले रहे हैं। वरदा का कहना है कि सरकारी स्कूलों की लड़कियों को भी भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए आगे लाया जाए। 

इस खेल से प्रतिभा के साथ बढ़ेगा स्टेमिना
फाउंडेशन वर्ल्ड स्कूल की खिलाड़ी अनाब आबिद ने कहा कि प्रतियोगिता में चयन से काफी खुश हैं। ऐसे मंच मिलने से न केवल हम अपनी प्रतिभा को सबके सामने ला सकेंगी, बल्कि अपना स्टेमिना भी बढ़ा पाएंगी। साथ ही पढ़ाई व रोजमर्रा के कामों से पैदा होने वाले तनाव से भी मुक्त हो रही हैं। अनाब ने कहा कि आजकल यह कहा जा रहा है कि ‘महिलाएं समाज का एक असली चेहरा हैं’ और अगर ऐसे मंच मिलते रहेंगे तो हम सही में अपनी काबलियत और हुनर को सबके सामने रख पाएंगी। 

परिवार, दोस्तों और शिक्षकों का समर्थन मिले तो सब हासिल कर सकती हैं बेटियां
प्रतियोगिता के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं डीएसपी स्लीत शाह ने कहा, आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं, तो स्पोर्ट्स बहुत ही अहम प्लेटफार्म है, जिससे बेटियों का मनोबल और शारीरिक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। जब वे एक ऐसी टीम में खेलेंगी, जिसमें अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा होता है। परिवार, दोस्तों और शिक्षकों का समर्थन मिले तो बेटियां सब कुछ हासिल कर सकती हैं। लड़कियां जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहतीं हैं, तो उन्हें इसका मौका मिलना चाहिए। इस मौके पर सेवानिवृत्त जस्टिस मुजफ्फर जान, डीएसपी नेहरू पार्क मंशा बेग, डायरेक्टर टीबीएमएस परवेज सेमुअल कौल, जॉयस कौल, प्रिंसिपल मेबल यौनजोन भी मौजूद रहे।

विस्तार

कश्मीर घाटी की बेटियां कई खेलों में अपना लोहा मनवा चुकी हैं। अब ये बेटियां बास्केटबॉल में भी अपना दम दिखाएंगी। घाटी में पहली बार टीबीएमएस डायरेक्टर्स कप प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 12 टीमें भाग ले रही हैं। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को इस खेल में आगे लाना है।

लड़कियों की शिक्षा और महिलाओं को समान अवसर के लिए हमेशा खड़े रहने वाले टिंडल बिस्को एंड मेलनस सोसाइटी (टीबीएमएस) के डायरेक्टर परवेज सैमुअल कौल के सम्मान में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।  टीबीएमएस के स्पोर्ट्स हेड महराजदीन ने बताया कि तीन दिसंबर तक होने वाली इस प्रतियोगिता में बेटियां अब खुलकर सामने आ रही हैं। हमारी कोशिश है कि इन्हें आगे बढ़ने का पूरा मौका दिया जाए। इससे पहले टीबीएमएस ने फुटबॉल प्रतियोगिता कराई थी और भविष्य में तैराकी प्रतियोगिता करवाई जाएगी। 

लड़कियों में हुनर की कमी नहीं, अवसर की जरूरत

मेलनसं गर्ल्स स्कूल की टीम की खिलाड़ी वरदा ने कहा कि कश्मीर की बेटियों में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस अवसर की तलाश रहती है। घाटी में ऐसी प्रतियोगिता पहली बार हो रही है। खासकर लड़कियों को इस खेल में आगे लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घाटी में बेटियों पर सामाजिक दबाव रहता है, ऐसे में इस तरह के आयोजन उनका मनोबल बढ़ाने में कारगर सिद्ध साबित हो रहे हैं। प्रतियोगिता में इस बार प्रतिष्ठित स्कूल भाग ले रहे हैं। वरदा का कहना है कि सरकारी स्कूलों की लड़कियों को भी भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए आगे लाया जाए। 

इस खेल से प्रतिभा के साथ बढ़ेगा स्टेमिना

फाउंडेशन वर्ल्ड स्कूल की खिलाड़ी अनाब आबिद ने कहा कि प्रतियोगिता में चयन से काफी खुश हैं। ऐसे मंच मिलने से न केवल हम अपनी प्रतिभा को सबके सामने ला सकेंगी, बल्कि अपना स्टेमिना भी बढ़ा पाएंगी। साथ ही पढ़ाई व रोजमर्रा के कामों से पैदा होने वाले तनाव से भी मुक्त हो रही हैं। अनाब ने कहा कि आजकल यह कहा जा रहा है कि ‘महिलाएं समाज का एक असली चेहरा हैं’ और अगर ऐसे मंच मिलते रहेंगे तो हम सही में अपनी काबलियत और हुनर को सबके सामने रख पाएंगी। 

परिवार, दोस्तों और शिक्षकों का समर्थन मिले तो सब हासिल कर सकती हैं बेटियां

प्रतियोगिता के शुभारंभ पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचीं डीएसपी स्लीत शाह ने कहा, आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं, तो स्पोर्ट्स बहुत ही अहम प्लेटफार्म है, जिससे बेटियों का मनोबल और शारीरिक क्षमता बढ़ाई जा सकती है। जब वे एक ऐसी टीम में खेलेंगी, जिसमें अनुशासन और आत्मविश्वास पैदा होता है। परिवार, दोस्तों और शिक्षकों का समर्थन मिले तो बेटियां सब कुछ हासिल कर सकती हैं। लड़कियां जिस भी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहतीं हैं, तो उन्हें इसका मौका मिलना चाहिए। इस मौके पर सेवानिवृत्त जस्टिस मुजफ्फर जान, डीएसपी नेहरू पार्क मंशा बेग, डायरेक्टर टीबीएमएस परवेज सेमुअल कौल, जॉयस कौल, प्रिंसिपल मेबल यौनजोन भी मौजूद रहे।



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