[ad_1]
बताया गया कि जिले में गठबंधन की पांच सीट हो गई है। वहीं जीत के बाद रालोद के हिस्से में कुल नौ सीट हो गई है।
मुजफ्फरनगर दंगे के मुकदमे में निवर्तमान विधायक विक्रम सैनी की सदस्यता चले जाने के बाद खतौली में उप चुनाव कराया गया। भाजपा ने सैनी की पत्नी कवाल गांव की पूर्व प्रधान राजकुमारी को प्रत्याशी बनाया था।
बृहस्पतिवार को नवीन मंडी स्थल पर कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना हुई। पहले राउंड से ही गठबंधन प्रत्याशी मदन भैया ने बढ़त बना ली और आखिरी राउंड तक वह भाजपा प्रत्याशी पर भारी पड़े। मतगणना स्थल के बाहर दोनों दलों के लोग डटे रहे।
रालोद अध्यक्ष एवं राज्यसभास सांसद जयंत सिंह ने अकेले उप चुनाव का मोर्चा संभाला था। सपा मुखिया अखिलेश यादव खतौली में प्रचार करने नहीं पहुंचे थे।
वहीं बसपा चुनाव मैदान से दूर रही। आजाद समाज पार्टी ने गठबंधन को समर्थन कर नए समीकरण बनाए, जिससे मदन भैया की जीत हुई।
[ad_2]
Source link