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मंजीत
– फोटो : अमर उजाला
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लखीमपुर खीरी की निघासन तहसील के भैरमपुर गांव निवासी मंजीत आज अपने घर लौटेगा। उत्तरकाशी की टनल में 17 दिन तक फंस रहे मंजीत के मंगलवार को बाहर आने के बाद से घर पर मीडिया और लोगों का जमावड़ा लगा है। उधर, मंजीत की मां और दोनों बहनें अपने भाई और पिता का इंतजार कर रही हैं। मंजीत 80 दिन बाद घर पहुंचेगा।
मंजीत की मां चौधराइन ने बताया कि पति और बेटा उत्तराखंड से निकल चुके हैं। परिजन धूमधाम से स्वागत की तैयारी में जुटे हैं, लेकिन हालात ये हैं कि उनके पास मिठाई खरीदने तक के पैसे नहीं हैं। कुछ ग्रामीणों और तहसील प्रशासन की मदद से उनके घर में चूल्हा जल पा रहा है। हालांकि, अभी तक किसी जनप्रतिनिधि का दिल नहीं पसीजा है।
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टनल से निकाले जाने के बाद मंजीत समेत 41 अन्य श्रमिकों और उनके परिजनों के साथ ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया था। कागजी प्रक्रिया पूरी करने के बाद ऋषिकेश से बृहस्पतिवार की शाम चार बजे डिस्चार्ज किया गया। मंजीत ने फोन पर बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान सेहत ठीक निकली है। कहा कि पिता समेत यूपी के जितने लोग हैं, वह सब एक निजी बस से लखनऊ पहुंचाए जा रहे हैं।
लखनऊ पहुंचने के बाद वहां से सभी को उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। मंजीत ने बताया कि उम्मीद है कि शुक्रवार दोपहर बाद तक अपनी मां के पास पहुंच जाएंगे। वहीं 17 दिन की दास्तां बताते हुए मंजीत भावुक हो उठे। कई बार कहा कि उन्होंने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन मां और पिता की दुआओं ने बचा लिया।
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