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महाशिवरात्रि 2023
– फोटो : amar ujala
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महाशिवरात्रि पर इस बार 30 साल बाद पंच महापुरुष योग बन रहा है। उतराषाढ़ा नक्षत्र व्यतिपात योग गर करण से इस दिन की शुभता में बढ़ोतरी होगी। वहीं, श्रद्धालुओं द्वारा की गई साधना, उपासना का उन्हें कई गुना पुण्य फल प्राप्त होगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि पर इस बार 30 साल बाद शश योग रहेगा। इसकी वजह यह है कि शनि भी अपनी राशि कुंभ में हैं। इसी तरह गुरू मीन में और सूर्य कुंभ राशि में स्थित हैं। ऐसी स्थिति और चंद्र शनि के दसवें स्थान पर होने पर यह योग निर्मित होता है।
उन्होंने बताया कि तीनों योगों का संयोग शुभता में बढ़ोतरी करेगा। इस बार महाशिवरात्रि पर चंद्र, बुध, मंगल, शुक्र, शनि की मकर में युति के साथ पंच महापुरुष योग बन रहा है। इसे शश योग भी कहते हैं। श्रवण नक्षत्र में आने वाली शिवरात्रि और गोचर क्रम में शनि के अधिपत्य वाली मकर राशि में होने से शश योग का संयोग बन रहा है। इस दिन रात्रि के चारों प्रहर में शिव पूजा करना फलदायी होती है।
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