रोहिणी मतदान केंद्र पर निरीक्षण करते पुलिस कमीश्नर संजय अरोरा – फोटो : अमर उजाला
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कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार को शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पुलिस को मतदान के दौरान कुल 230 पीसीआर कॉल मिलीं, लेकिन इनमें कोई भी गंभीर नहीं थी। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली थी। उनके साथ सभी सीनियर पुलिस अधिकारी अपने-अपने जिलों में गश्त करते रहे। पुलिस ने संवेदनशील जगहों व वार्डों में ड्रोन से नजर रखी। दिल्ली पुलिस को शनिवार रात 12 बजे से लेकर रविवार शाम पांच बजे तक कुल 230 पीसीआर कॉल मिली थीं। इनमें शराब बांटने, पैसे बांटकर मतदाताओं को प्रभावित करने, टेबल आगे लगाने, आईडी नहीं लाने पर मतदान नहीं करने देने और मोबाइल नहीं ले जाने जैसी समस्याएं थीं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जगह से कोई गंभीर कॉल नहीं थी।
सभी जगहों पर जांच के बाद सूचनाओं को झूठा करार दिया गया। पुलिस को किसी भी जगह से झगड़ा होने व अवैध हथियार का इस्तेमाल करने आदि को लेकर सूचना नहीं मिली।करीब एक लाख जवान तैनात किए गए थे। सुबह से ही मतदान केंद्रों पर ड्रोन से भी नजर रखी जा रही थी। कई जगह भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। पुलिसकर्मी मतदाताओं को मोबाइल पोलिंग बूथ के अंदर नहीं ले जाने दे रहे थे। हालांकि, सीनियर पुलिस अधिकारियों के आदेश के बाद मतदाताओं को मोबाइल फोन अंदर ले जाने दिया गया था।
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कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रविवार को शांतिपूर्ण मतदान हुआ। पुलिस को मतदान के दौरान कुल 230 पीसीआर कॉल मिलीं, लेकिन इनमें कोई भी गंभीर नहीं थी। दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली थी। उनके साथ सभी सीनियर पुलिस अधिकारी अपने-अपने जिलों में गश्त करते रहे। पुलिस ने संवेदनशील जगहों व वार्डों में ड्रोन से नजर रखी।
दिल्ली पुलिस को शनिवार रात 12 बजे से लेकर रविवार शाम पांच बजे तक कुल 230 पीसीआर कॉल मिली थीं। इनमें शराब बांटने, पैसे बांटकर मतदाताओं को प्रभावित करने, टेबल आगे लगाने, आईडी नहीं लाने पर मतदान नहीं करने देने और मोबाइल नहीं ले जाने जैसी समस्याएं थीं। दिल्ली पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी जगह से कोई गंभीर कॉल नहीं थी।