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ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या गुजरात और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल में भी उलटफेर होगा? एग्जिट पोल में किसने किस पार्टी को कितनी सीटें दी थीं? इस बार के नतीजे क्या कहते हैं? आइए जानते हैं…
एग्जिट पोल में किसे कितनी सीटें मिली थीं?
दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर पांच अलग-अलग एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी किया था। सभी ने आम आदमी पार्टी की बड़ी जीत का अनुमान लगाया था। वहीं, भाजपा को 100 सीटों के अंदर ही समेट दिया था। आम आदमी पार्टी के लिए जो सबसे करीब एग्जिट पोल था, वो जी न्यूज बार्क का रहा। जी न्यूज बार्क ने आम आदमी पार्टी को 134 से 146 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था। लेकिन भाजपा को 82 से 94 सीटों तक ही समेट दिया था। ऐसे में जी न्यूज का आम आदमी पार्टी को लेकर जारी किया गया आंकड़ा तो सटीक निकला, लेकिन भाजपा के लिए जो अनुमान था वो फेल हो गया।
एजेंसी भाजपा आप कांग्रेस अन्य
आजतक एक्सिस माय इंडिया 69-91 149-171 3-7 5-9
टाइम्स नाऊ ईटीज 84-94 146-156 6-10 0-4
इंडिया न्यूज जन की बात 70-92 150-175 4-7 0-1
टीवी 9 ऑन द स्पॉट 92-96 140-150 6-10 2-4
जी न्यूज बार्क 82-94 134-146 08-14 14-19
नतीजे क्या कहते हैं?
आज जब मतगणना शुरू हुई तो कभी भाजपा और कभी आम आदमी पार्टी आगे चल रही थी। दोपहर 12 बजे के बाद नतीजे काफी हद तक साफ हो गए। 250 में 134 सीटों पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है। भारतीय जनता पार्टी को भी 104 सीटें मिल गईं। वहीं, कांग्रेस को नौ और तीन सीटें अन्य के खाते में चली गईं। मतलब साफ है, एग्जिट पोल ने आम आदमी पार्टी के लिए जिस बड़ी जीत का अनुमान लगाया था, वो नहीं हुआ। वहीं, भारतीय जनता पार्टी इतना कमजोर भी नहीं निकली, जिसका पोल में अनुमान लगाया गया था।
इसे समझने के लिए हमने राजनीतिक विश्लेषक प्रो. अजय कुमार सिंह से बात की। उन्होंने कहा, ‘एग्जिट पोल एकदम सटीक नहीं होते हैं। पोल के नतीजों और असली नतीजों में अंतर हो सकता है। कई बार पोल बिल्कुल गलत साबित होते हैं तो कई बार नतीजे आस-पास ही आते हैं। ऐसा तब होता है जब ज्यादा सैंपल लिए जाते हैं। ज्यादा सैंपल लिए जाने पर पोल के सही होने की संभावना बढ़ जाती है।’
प्रो. सिंह आगे कहते हैं, ‘दिल्ली एमसीडी के एग्जिट पोल और नतीजों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला। कई सीटों पर जीत हार का अंतर 100 से भी कम वोटों का है। वोटों का गणित थोड़ा बहुत इधर-उधर होता तो भाजपा ये चुनाव जीत भी सकती थी। इसलिए इन नतीजों को ध्यान में रखते हुए कहा जा सकता है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में भी एग्जिट पोल के आंकड़े बिगड़ सकते हैं। खासतौर पर हिमाचल प्रदेश में बड़ा उलटफेर हो सकता है, क्योंकि यहां कम सीटें हैं और दोनों पार्टियों के बीच लड़ाई काफी कड़ी है।’
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