MCD Elections : तीन दलों से तीन सवाल, दावे सभी के अपने, अब फैसला आपका

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एमसीडी इलेक्शन 2022

एमसीडी इलेक्शन 2022
– फोटो : अमर उजाला

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दिल्ली में निगम चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम को थम गया। इस दौरान सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा, कांग्रेस व आप में होड़ देखने को मिली। दिल्ली की जनता की सहूलियत के लिए सभी के अपने-अपने वादे हैं और समस्याओं के समाधान के लिए अपने तरीके भी। मतदान से पहले अमर उजाला ने तीनों दलों के प्रदेश अध्यक्षों से उनकी प्राथमिकताओं पर बात की। तीनों का कहना है कि उन्होंने लोगों को अपने हक में लामबंद करने के लिए पूरी कोशिश की है, अब फैसला जनता की अदालत में है। फिर भी, प्रचार के दौरान मिले समर्थन का हवाला देते हुए सभी ने दावा किया कि उन्हें ही निगम की सत्ता मिलेगी। 

गोपाल राय, आम आदमी पार्टी

अब एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 
साफ-सफाई, लैंडफिल से मुक्ति। निगम का ईमानदार प्रशासन, पार्किंग व लावारिस पशु, 60 फुट से छोटी कच्ची सड़कें व गलियां और ठेके पर कर्मचारी।

सत्ता हासिल होने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। तकनीक से दिल्ली कचरा मुक्त होगी। कूड़े के तीनों पहाड़ प्राथमिकता से हटेंगे। 
  • दिल्ली सरकार की तरह एमसीडी को भी पारदर्शी बनाकर भ्रष्टाचार मुक्त किया जाएगा। तकनीक इसमें मददगार बनेगी।
  • अवैध पार्किंग खत्म होगी। दिल्ली में मल्टीलेवल पार्किंग का जाल बिछेगा। दिल्ली सरकार और एमसीडी की पार्किंग ऑनलाइन होगी। मिनी पार्षद आरडब्ल्यूए से मिलकर लावारिस पशुओं को हटाया जाएगा।
  • दिल्ली में 60 फुट से छोटी सभी सड़कें व गलियां निगम के पास हैं। इन्हें पक्का करवाएंगे। 
  • आप की सरकार निगम के सभी कच्चे कर्मचारियों का पक्का करेगी। फिर, जैसे ही भ्रष्टाचार रूकेगा, राजस्व भी बढ़ जाएगा। इससे काम भी होगा और कर्मचारियों को वेतन भी मिलेगा।

खुद को कितनी सीट देते हैं? 
230 सीट। चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह लोगों का रिस्पांस मिला है, साथ ही जमीनी स्तर का हमारा जो सर्वे है। इसमें कोई संदेह भी नहीं।

अनिल कुमार, कांग्रेस

अब एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 
प्रदूषण और कूड़े का पहाड़, हाउस टैक्स, बेरोजगारी, फंड की कमी और शिक्षा।

सत्ता हासिल होने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • वैश्विक मॉडल्स का अध्ययन कर दिल्ली को प्रदूषण व कूड़ा मुक्त किया जाएगा। निदान ठोस और स्थायी होगा।
  • हाउस टैक्स का बकाया माफ किया जाएगा। अनधिकृत कालोनियों में आने वाले टैक्स का स्लैब आधा किया जाएगा।
  • सभी कच्चे कर्मचारियों काे पक्का करेंगे। निगम के अधीन के औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्र में नौकरियां पैदा की जाएंगी। 
  • ऑनलाइन प्रणाली का बढ़ावा देने से भ्रष्टाचार खत्म होगा। इससे निगम कर्जमुक्त बनेगा। दूसरे स्रोतों से आय अर्जन का तरीका बगैर जनता पर बोझ डाले निकाला जाएगा।
  • प्राइमरी शिक्षा को बेहतर करने के लिए निगम के सभी स्कूलों को डे बोर्डिंग बनाया जाएगा।

कितनी सीटें मिल रही हैं…
कोई भविष्टद्रष्टा नहीं हूं। आंकड़ों का कोई दावा नहीं है। फैसला जनता करेगी। 

आदेश गुप्ता, भाजपा

एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 
मोबाइल पर ई-गवर्नेस सेवा, दिल्ली का प्रदूषण कम करना व सभी जगह हरियाली को बढ़ावा देना, संपत्ति कर में छूट, बेहतर शिक्षा और अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा।

सत्ता मिलने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • सत्ता मिलने के 100 दिन के भीतर एप बनेगा। इस पर सारी सेवाएं होंगी। निगम की सेवा के लिए फेसलेस प्रणाली शुरू की जाएगी। 
  • दो साल में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाकर 100 प्रतिशत सॉलिड वेस्ट को रीसाइकिल किया जाएगा। वर्ष 2023 के अंत तक सभी कूड़ा ढलाव व वर्ष 2024 तक तीनों लैंडफिल साइट खत्म की जाएंगी। 
  • ऑनलाइन ट्रेड लाइसेंस की सुविधा के तहत हरवर्ष 30 अप्रैल तक इसे बनवाने पर शुल्क में 15 प्रतिशत की छूट मिलेगी। 
  • पांच साल के दौरान सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम, सीसीटीवी नेटवर्क व वाईफाई की सुविधा होगी।
  • स्वास्थ्य सुविधाओं का आधुनिकरण और उन्हें जन औषधि केंद्रों से जोड़ा जाएगा।

खुद को कितनी सीटें देंगे? 
200 सीट। प्रचार शुरू होने के 10 दिनों के बाद हमने अंदाजा लगाया था कि 180 सीटें आएंगी, लेकिन भाजपा के साथ लोग जुड़ते चले गए। ऐसे में आंकड़ा 200 तक जा पहुंच गया है।

 

दिल्ली में निगम चुनाव प्रचार शुक्रवार शाम को थम गया। इस दौरान सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा, कांग्रेस व आप में होड़ देखने को मिली। दिल्ली की जनता की सहूलियत के लिए सभी के अपने-अपने वादे हैं और समस्याओं के समाधान के लिए अपने तरीके भी। मतदान से पहले अमर उजाला ने तीनों दलों के प्रदेश अध्यक्षों से उनकी प्राथमिकताओं पर बात की। तीनों का कहना है कि उन्होंने लोगों को अपने हक में लामबंद करने के लिए पूरी कोशिश की है, अब फैसला जनता की अदालत में है। फिर भी, प्रचार के दौरान मिले समर्थन का हवाला देते हुए सभी ने दावा किया कि उन्हें ही निगम की सत्ता मिलेगी। 

गोपाल राय, आम आदमी पार्टी

अब एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 

साफ-सफाई, लैंडफिल से मुक्ति। निगम का ईमानदार प्रशासन, पार्किंग व लावारिस पशु, 60 फुट से छोटी कच्ची सड़कें व गलियां और ठेके पर कर्मचारी।

सत्ता हासिल होने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है। तकनीक से दिल्ली कचरा मुक्त होगी। कूड़े के तीनों पहाड़ प्राथमिकता से हटेंगे। 
  • दिल्ली सरकार की तरह एमसीडी को भी पारदर्शी बनाकर भ्रष्टाचार मुक्त किया जाएगा। तकनीक इसमें मददगार बनेगी।
  • अवैध पार्किंग खत्म होगी। दिल्ली में मल्टीलेवल पार्किंग का जाल बिछेगा। दिल्ली सरकार और एमसीडी की पार्किंग ऑनलाइन होगी। मिनी पार्षद आरडब्ल्यूए से मिलकर लावारिस पशुओं को हटाया जाएगा।
  • दिल्ली में 60 फुट से छोटी सभी सड़कें व गलियां निगम के पास हैं। इन्हें पक्का करवाएंगे। 
  • आप की सरकार निगम के सभी कच्चे कर्मचारियों का पक्का करेगी। फिर, जैसे ही भ्रष्टाचार रूकेगा, राजस्व भी बढ़ जाएगा। इससे काम भी होगा और कर्मचारियों को वेतन भी मिलेगा।

खुद को कितनी सीट देते हैं? 

230 सीट। चुनाव प्रचार के दौरान जिस तरह लोगों का रिस्पांस मिला है, साथ ही जमीनी स्तर का हमारा जो सर्वे है। इसमें कोई संदेह भी नहीं।

अनिल कुमार, कांग्रेस

अब एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 

प्रदूषण और कूड़े का पहाड़, हाउस टैक्स, बेरोजगारी, फंड की कमी और शिक्षा।

सत्ता हासिल होने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • वैश्विक मॉडल्स का अध्ययन कर दिल्ली को प्रदूषण व कूड़ा मुक्त किया जाएगा। निदान ठोस और स्थायी होगा।
  • हाउस टैक्स का बकाया माफ किया जाएगा। अनधिकृत कालोनियों में आने वाले टैक्स का स्लैब आधा किया जाएगा।
  • सभी कच्चे कर्मचारियों काे पक्का करेंगे। निगम के अधीन के औपचारिक और अनौपचारिक क्षेत्र में नौकरियां पैदा की जाएंगी। 
  • ऑनलाइन प्रणाली का बढ़ावा देने से भ्रष्टाचार खत्म होगा। इससे निगम कर्जमुक्त बनेगा। दूसरे स्रोतों से आय अर्जन का तरीका बगैर जनता पर बोझ डाले निकाला जाएगा।
  • प्राइमरी शिक्षा को बेहतर करने के लिए निगम के सभी स्कूलों को डे बोर्डिंग बनाया जाएगा।


कितनी सीटें मिल रही हैं…

कोई भविष्टद्रष्टा नहीं हूं। आंकड़ों का कोई दावा नहीं है। फैसला जनता करेगी। 

आदेश गुप्ता, भाजपा

एमसीडी चुनाव के पांच बड़े मसले क्या हैं? 

मोबाइल पर ई-गवर्नेस सेवा, दिल्ली का प्रदूषण कम करना व सभी जगह हरियाली को बढ़ावा देना, संपत्ति कर में छूट, बेहतर शिक्षा और अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवा।

सत्ता मिलने के बाद इन पर क्या करेंगे? 

  • सत्ता मिलने के 100 दिन के भीतर एप बनेगा। इस पर सारी सेवाएं होंगी। निगम की सेवा के लिए फेसलेस प्रणाली शुरू की जाएगी। 
  • दो साल में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाकर 100 प्रतिशत सॉलिड वेस्ट को रीसाइकिल किया जाएगा। वर्ष 2023 के अंत तक सभी कूड़ा ढलाव व वर्ष 2024 तक तीनों लैंडफिल साइट खत्म की जाएंगी। 
  • ऑनलाइन ट्रेड लाइसेंस की सुविधा के तहत हरवर्ष 30 अप्रैल तक इसे बनवाने पर शुल्क में 15 प्रतिशत की छूट मिलेगी। 
  • पांच साल के दौरान सभी स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम, सीसीटीवी नेटवर्क व वाईफाई की सुविधा होगी।
  • स्वास्थ्य सुविधाओं का आधुनिकरण और उन्हें जन औषधि केंद्रों से जोड़ा जाएगा।


खुद को कितनी सीटें देंगे? 

200 सीट। प्रचार शुरू होने के 10 दिनों के बाद हमने अंदाजा लगाया था कि 180 सीटें आएंगी, लेकिन भाजपा के साथ लोग जुड़ते चले गए। ऐसे में आंकड़ा 200 तक जा पहुंच गया है।


 



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