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Navratri 2023 maa brahmacharini aarti puja: राहु के लिए इष्ट देवी मां सरस्वती को माना गया है. नवरात्रि में द्वितीय नवरात्रि के दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से राहु के अशुभ फल दूर होते हैं. उसी तरह सप्तमी की तिथि को सरस्वती का आह्वान किया जाता है. लाल किताब में दुर्गा सप्तशती के प्रथम अध्याय का पाठ राहु का अचूक उपाय बताया गया है. मां को अति प्रिय नारियल भी राहु का ही प्रतीक है.
“राहु ग्रह की दृष्टि के अनुसार, राहु को एक शांति ग्रह के रूप में माना जाता है और उसका प्रभाव कुंडली में अनेक तरह से महसूस हो सकता है. यदि किसी की कुंडली में राहु के दुष्प्रभाव होते हैं, तो व्यक्ति को अनिष्ट घटनाओं का सामना करना पड़ सकता है.”
“मां दुर्गा की पूजा राहु के अनिष्टों को दूर करने का एक अद्भुत तरीका होता है. मां दुर्गा की कृपा से, राहु ग्रह के अशुभ प्रभाव को कम किया जा सकता है.”
“मां दुर्गा की पूजा करते समय आपको यह ध्यान देना चाहिए कि आप विशेष भक्ति और श्रद्धा के साथ पूजा करें. मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए आप पूजा के दौरान मंत्र जप कर सकते हैं और उनकी आराधना कर सकते हैं.”
“इस पूजा के द्वारा आप राहु के दुष्प्रभाव से मुक्ति पा सकते हैं और अपने जीवन में सुख और समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं.”
“मां दुर्गा की पूजा के माध्यम से हम अपने जीवन में खुशियों और सामृद्धियों की ओर बढ़ सकते हैं, और राहु के अनिष्ट समाप्त होते हैं.”
आज के वीडियो में आपने देखा कि मां दुर्गा की पूजा कैसे राहु के साथ आने वाले अनिष्टों को समाप्त कर सकती है. हमें आशा है कि आप इस पूजा को अपने जीवन में शामिल करेंगे और मां दुर्गा की कृपा पाएंगे.
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा ज्योतिष ,
वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ
8080426594/9545290847
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