Opposition Alliance 2024 : लालू के मुंह से कांग्रेस तो नहीं बोल रही; संयोजक का नाम नहीं बोला, मगर बता भी दिया

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India Opposition convener Rahul Gandhi, not nitish kumar unofficially announced by lulu yadav india alliance

सीएम नीतीश कुमार, राहुल गांधी और लालू प्रसाद की फाइल फोटो।
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार के खिलाफ मुंबई में जुटे विपक्षी दलों के I.N.D.I.A. गठबंधन में तीन चीजें तय हुईं। दो की औपचारिक घोषणा की गई और तीसरी के बारे में अनौपचारिक जानकारी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने दे दी।

I.N.D.I.A. गठबंधन का ‘दूल्हा’ राहुल ही

कांग्रेस के ‘भारत जोड़ो’ अभियान का प्रभाव सीधे-सीधे  I.N.D.I.A. गठबंधन के नारे ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’ पर आ चुका है। 14 सदस्यों की समन्वय समिति के 13 नाम बता दिए गए हैं। संयोजक पद के बहुप्रतीक्षित सवाल पर औपचारिक जवाब नहीं आया, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने ऐसा लगा जैसे कांग्रेस की ओर से घोषणा कर दी है। पटना की पहली बैठक में उन्होंने इसकी भूमिका बनाई और मुंबई में हुई तीसरी बैठक में घोषणा भी कर दी। सिर्फ पदनाम जोड़कर नहीं बताया, बाकी कुछ छोड़ा नहीं। जिस तरह 23 जून को पटना में हुई पहली बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए सबसे अंत में लालू ने राहुल गांधी के दूल्हा बनने की बात कही थी, 1 सितंबर को मुंबई में भी बातचीत का अंत उन्होंने राहुल गांधी को लेकर ही किया। उन्होंने जो कहा, उस लाइन को पढ़ने के बाद समझना बहुत मुश्किल नहीं होगा। लालू ने कहा- “हम सब एक हैं। एक होकर हमलोग इस लड़ाई को लड़ रहे हैं। राहुल गांधीजी को भी हम काफी मजबूती के साथ विश्वास दिलाते हैं कि हमसब एकजुट होकर रहेंगे। सभी को एकोमडेट कर सीट शेयरिंग अब शुरू होगा। सीट शेयरिंग में भी सफल होंगे। कठिनाई नहीं होगी। अपना कुछ नुकसान कर भी इंडिया को जिताएंगे, मोदी को हटाएंगे, देश को बचाएंगे।” यह विश्वास लालू ने राहुल गांधी के प्रति आस्था के साथ जताया।

तो क्या नीतीश भी यही चाहते थे

देश का नेता कैसा हो, नीतीश कुमार जैसा हो- यह नारे बिहार में कई बार लगे। 23 जून को पटना में विपक्षी एकता के लिए होने वाली पहली बैठक के पहले नीतीश ने साफ कहा था कि अब ऐसी नारेबाजी नहीं हो। 23 जून को जब लालू ने पटना की बैठक में राहुल के दूल्हा वाली बात चलाई तो जदयू के अंदर भी कसमसाहट उठी, हालांकि नीतीश-निश्चय को देखते हुए शांति रही। बेंगलुरू में लालू-नीतीश साथ गए, आए और मीडिया से बात हुई नहीं। मुंबई में बात हुई तो लालू ने राहुल गांधी के प्रति आस्था दिखा दी। इन दो बैठकों के बीच राहुल गांधी दिल्ली में लालू यादव के पास डिनर पर भी आए। और पिछले कुछ दिनों में नीतीश कुमार ने कई बार कहा कि उन्हें कोई पद नहीं चाहिए। तो, अब सवाल यह है कि लालू यादव जब राहुल-राग गा रहे हैं तो क्या नीतीश भी यही चाहते थे? अगर दोनों की यही चाहत है, तब तो ठीक; वरना…।

पहले भी चुनाव करा सकती है केंद्र सरकार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुम्बई में हुयी ‘इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक में शामिल होने के पश्चात् वापस पटना लौटने पर एयरपोर्ट के निकट पत्रकारों से बातचीत की। कहा कि काफी अच्छी मीटिंग हुयी है, सब कुछ तय हो गया। मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सभी लोगों ने अपनी-अपनी बातें रखी। हमलोगों को तेजी से काम करना है क्योंकि केन्द्र सरकार पहले भी चुनाव करा सकती है। वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर पत्रकारों द्वारा पूछे गये प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है, इसका मतलब है कि जल्द ही चुनाव होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित जनगणना केन्द्र सरकार क्यों नहीं करा रही है। वर्ष 2021 में ही जनगणना होनी थी लेकिन क्यों नहीं हुआ, आप सोच लीजिये। इनसब बातों को पूरी मजबूती से हाउस में रखना चाहिये। इंडिया गठबंधन की बैठक में हमलोगों की आपस में बहुत अच्छी बातचीत हो गयी है, चिंता की कोई बात नहीं है। हम सब एकजुट होकर बहुत अच्छे ढंग से काम करेंगे।

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