[ad_1]

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
इटावा जिले में सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कार्डियोलॉजी विभाग में तैनात रहे डॉ. समीर सर्राफ की गिरफ्तारी के बाद नए-नए राज खुल रहे हैं। क्षेत्राधिकार सैफई की ओर से विवेचना में पता चला है कि आरोपी ने 16 अक्तूबर से 25 नवंबर तक का अवकाश ले रखा था।
विवेचक क्षेत्राधिकारी ने पांच सितंबर को विश्वविद्यालय प्रशासन के माध्यम से लेटर थमाया था। 12 सितंबर को कार्य समिति की बैठक होने के बाद ही आरोपी डॉक्टर ने 40 दिन की छुट्टी ली थी। विवेचना कर रहे क्षेत्राधिकार नागेंद्र चौबे का कहना है कि विवेचनात्मक कार्रवाई अभी जारी है। हर स्तर पर जांच की जा रही है।
जनपद मैनपुरी निवासी रेनू चौहान ने बताया कि गत 24 सितंबर 2019 को पति चेतन चौहान की तबीयत खराब होने पर सैफई ले गए थे। कार्डियोलॉजी विभाग में मौजूद असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. समीर सर्राफ ने पति को भर्ती कर लिया। 26 सितंबर को पेसमेकर डाला और 27 सितंबर छुट्टी कर दी। इसके लिए डॉक्टर ने दो लाख रुपये लिए थे। आरोप लगाया कि नॉन एमआरआई पेसमेकर लगाकर दोगुना फीस वसूली थी।
[ad_2]
Source link